अनुच्छेद 370 को संविधान में शामिल करने का प्रस्ताव पास
संविधान सभा की कार्यवाही में पक्ष और विपक्ष के जोरदार बहस के बाद अनुच्छेद 370 को संविधान में सम्मिलित करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया।
मेरठ। संविधान सभा की कार्यवाही में पक्ष और विपक्ष के जोरदार बहस के बाद अनुच्छेद 370 को संविधान में सम्मिलित करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। संसद की इस कार्यवाही में डा. राजेंद्र प्रसाद, सी राजगोपालचारी, जवाहर लाल नेहरू, भीमराव अंबेडकर, सरदार पटेल, अब्दुल कलाम आजाद बने प्रतिभागियों ने इस अनुच्छेद पर जोरदार तर्क रखे। चौ. चरण सिंह विवि के विधि विभाग में दो दिवसीय यूथ सबमिट इंटरनेशनल कांफ्रेंस में संविधान सभा में इस प्रस्ताव पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में दूसरे दिन चार कमेटियों लोकसभा, डब्लूटीओ, संविधान सभा और अंतरराष्ट्रीय प्रेस के सत्र चले। सभी कमेटियों में कार्य प्रणाली के विषय में वार्ता हुई। प्रतिभागियों ने अपनी भूमिका के अनुसार बहस में हिस्सा लिया। लोकसभा में समान आचार संहिता, बहुपत्नी और अन्य विवाह संपत्ति पर चर्चा हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष में बहस हुई। विश्व व्यापार संगठन की कमेटी में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। भारत, चीन, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, कोरिया, अफगानिस्तान आदि देशों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। अंतरराष्ट्रीय प्रेस में प्रतिभागियों ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की रिपोर्टिंग, फोटोग्राफी कैसे होती है। उसके विषय में बताया। समापन सत्र की अध्यक्षता कर रहे दीवान पब्लिक स्कूल के प्रिसिंपल एचएम राउत और मुख्य अतिथि प्रो. वाई विमला ने संविधान सभा और संयुक्त राष्ट्र संघ को समझने के लिए कार्यशाला को छात्रों के लिए उपयोगी बताया।
लघु चित्र प्रदर्शनी
दो दिन के कांफ्रेस पर आधारित लघु चित्र प्रदर्शनी को स्क्रीन पर दिखाया गया। कांफ्रेस के सेक्रेटरी जनरल मास्टर फलित सिजारिया ने रिपोर्ट पेश किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले को पुरस्कृत किया गया। डा. आशीष कौशिक, विधि विभाग के निदेशक प्रो. सत्यप्रकाश, प्रो. जेएस भारद्वाज, डा. प्रशांत, सुचिता सहगल, डा. राजीव सिजेरिया, डा. धमेंद्र, अपेक्षा चौधरी, मितेंद्र कुमार गुप्त आदि उपस्थित रहे।