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भूड़बराल पहुंची किसानों की पदयात्रा, कमिश्नरी में वार्ता आज

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के लिए एक समान मुआवजा सर्विस लेन व गोल चक्कर की मांग को लेकर निकली गाजियाबाद के हजारों किसानों की डासना से चली पदयात्रा शुक्रवार शाम भूड़बराल पहुंच गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 08:00 AM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 08:00 AM (IST)
भूड़बराल पहुंची किसानों की पदयात्रा, कमिश्नरी में वार्ता आज
भूड़बराल पहुंची किसानों की पदयात्रा, कमिश्नरी में वार्ता आज

मेरठ,जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के लिए एक समान मुआवजा, सर्विस लेन व गोल चक्कर की मांग को लेकर निकली गाजियाबाद के हजारों किसानों की डासना से चली पदयात्रा शुक्रवार शाम भूड़बराल पहुंच गई। शनिवार सुबह मेरठ जिले के किसान भी इसमें शामिल होंगे। दोपहर बाद कमिश्नरी पहुंचकर किसानों का प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर अनीता सी मेश्राम से वार्ता करेगा।

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भूड़बराल में यात्रा पहुंचने से पहले उसका चुड़ियाला, सैदपुर, सोलाना, काशी, अच्छरौंडा व परतापुर में स्वागत हुआ। भूड़बराल में किसानों ने पदयात्रा में शामिल लोगों के रुकने और खाने-पीने की व्यवस्था की। यहां पर टेंट लगा दिया गया। गाजियाबाद के 19 गांवों के किसानों की यह यात्रा 30 अक्टूबर को डासना से चली थी। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे में मेरठ के भी गांव शामिल हैं। ऐसे में पदयात्रा में मेरठ के किसान भी शामिल हैं।

पदयात्रा को संबोधित करते हुए सपा नेता अतुल प्रधान ने कहा कि यदि किसानों की मांग कमिश्नर के स्तर से भी पूरी नहीं हुई तो किसान उग्र आंदोलन करेंगे, जिसमें उनका पूर्ण समर्थन रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच नवंबर को मेरठ आ रहे हैं, उस दौरान किसान मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे। रालोद नेता अमरजीत सिंह, बसपा नेता अनिल गौतम व पूर्व जिला पंचायत सदस्य गाजियाबाद बबली गुर्जर ने कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं। किसानों की लड़ाई में वह उनके साथ हैं। इस मौके पर डा. यशवीर सिंह, सतीश राठी, सतपाल चौधरी, दलवीर सिंह, अमरपाल प्रधान, अलताफ, इरफान आदि मौजूद रहे। किसानों की ये हैं मांगें

-एक समान मुआवजा दिया जाए

-डासना से परतापुर तक सर्विस रोड बनाई जाए

-तलहैटा में गोल चक्कर बनाया जाए

-बीच में कट दिया जाए इसलिए एक समान मुआवजा चाहते हैं किसान

किसानों ने बताया कि मुरादाबाद गांव में सभी को पहले 3500 रुपये की दर से भुगतान किया गया। वहीं के एक किसान को 6100 रुपये के हिसाब से भुगतान हो गया। वहीं भोजपुर गांव में पहले 4500 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से जमीन खरीदी गई थी। बाद में तमाम किसानों की जमीन अधिग्रहण में शामिल की गई, जिन्हें 6900 रुपये तक मिला। डासना देहात में पहले 8500, फिर 16500 रुपये और बाद में उसे बढ़ाकर 22 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया। वहीं डासना देहात, कुशलिया, रसूलपुर-सिकरौड़ा व नाहल गांव में कुछ पहुंच वाले लोगों को सर्किल रेट से छह से आठ गुना मुआवजा मिल गया। इन्हीं वजह से किसान एक प्रोजेक्ट समान मुआवजा की मांग कर रहे हैं। इन गांवो से गुजर रहा एक्सप्रेस-वे

गाजियाबाद के डासना व डासना देहात, चितौड़ा, रसूलपुर-सिकरौड़ा, कुशलिया, नाहल, नूरपुर, कलछीना, अमराला, जहांगीरपुर, पट्टी, भोजपुर, फजलगढ़, भोजपुर, पलैता, भटजन, मुरादाबाद, जैनुद्दीनपुर, तलहैटा, चुड़ियाला, सैदपुर। मेरठ के सोलाना, काशी, अच्छरौंडा व परतापुर, भूड़बराल शामिल हैं।


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