मेरठ के संतोष अस्पताल में आक्सीजन खत्म, आधी रात में कराए गए 65 मरीज शिफ्ट Meerut News
आक्सीजन का जानलेवा संकट खड़ा होने लगा है। मंगलवार देर रात संतोष कोविड अस्पताल की आक्सीजन खत्म हो गई जहां से आनन-फानन में मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराना पड़ा। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन और एसीएमओ डा. पूजा शर्मा ने स्टाफ के साथ पहुंचकर हालात को जैसे-तैसे संभाला।
मेरठ, जेएनएन। आक्सीजन का जानलेवा संकट खड़ा होने लगा है। मंगलवार देर रात संतोष कोविड अस्पताल की आक्सीजन खत्म हो गई, जहां से आनन-फानन में मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराना पड़ा। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन और एसीएमओ डा. पूजा शर्मा ने स्टाफ के साथ पहुंचकर हालात को जैसे-तैसे संभाला। कई मरीज आक्सीजन पर थे, जिनकी जान किसी तरह बचाई जा सकी।
प्रदेशभर के कई कोविड केंद्रों में आक्सीजन खत्म होने से मरीजों की जान सांसत में फंसी। मवाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती एक मरीज की आक्सीजन की कमी से मौत हुई, वहीं संतोष अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के साथ हादसा होते-होते बचा। 100 बेडों वाले एल-2 कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए आक्सीजन के पर्याप्त सिलेंडर नहीं पहुंच पाए थे, जिसका असर दोपहर बाद यहां की चिकित्सा व्यवस्था पर पड़ने लगा। अस्पताल प्रबंधन आक्सीजन का बंदोबस्त करने में जुटा था, लेकिन रात तक आक्सीजन गैस नहीं मिल पाई। इसी बीच, रात में आक्सीजन पर रखे गए मरीजों के लिए संकट खड़ा हो गया। किसी मरीज ने दम घुटने की शिकायत की, जहां पता चला कि सिलेंडर में आक्सीजन नहीं बची है। इसके बाद मरीजों के बीच अफरा-तफरी और भय का माहौल खड़ा हो गया। अस्पताल में आक्सीजन खत्म होने की सूचना पर सीएमओ डा. अखिलेश मोहन आधी रात 12 बजे तक मरीजों को शिफ्ट कराने में जुटे रहे। कई मरीजों को शिफ्ट करने के दौरान सांस के अटैक भी पड़े, लेकिन स्थिति संभाल ली गई। एनसीआर मेडिकल कालेज व आसपास के अस्पतलों में मरीजों को शिफ्ट किया गया। सुभारती के चिकित्सा अधीक्षक डा. कृष्णमूर्ति ने बताया कि सीएमओ ने रात में मरीजों को हमारे यहां शिफ्ट करने को कहा। हम 50 मरीज एडजस्ट करने के लिए तैयार हैं। रात करीब तीन बजे तक मरीज यहां नहीं पहुंचे हैं।