Move to Jagran APP

ऑनलाइन पढ़ाई ने बढ़ाए मोल, 40-50 फीसद महंगे बिक रहे पुराने लैपटॉप

कोविड-19 के कारण चल रहे लॉकडाउन में बंद स्कूल-कॉलेज ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई ने बाजार में पहले स्मार्ट मोबाइल फोन और अब लैपटॉप की मांग बहुत अधिक बढ़ा दी है। नया फोन लेने की बजाय अभिभावक बच्चों के लिए पुराना लैपटॉप खरीद रहे हैं

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 12:19 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 12:19 AM (IST)
ऑनलाइन पढ़ाई ने बढ़ाए मोल, 40-50 फीसद महंगे बिक रहे पुराने लैपटॉप
कोरोना काल में ऑनलाइन क्‍लास के कारण लैपटॉप की मंहगाई भी बढ़ गई है।

मेरठ, जेएनएन। कोविड-19 के कारण चल रहे लॉकडाउन में बंद स्कूल-कॉलेज ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई ने बाजार में पहले स्मार्ट मोबाइल फोन और अब लैपटॉप की मांग बहुत अधिक बढ़ा दी है। नया फोन लेने की बजाय अभिभावक बच्चों के लिए पुराना लैपटॉप खरीद रहे हैं, जिससे ऑनलाइन क्लास में सुविधा हो। इसके साथ ही वर्क फ्रॉम के कारण भी बढ़ी लैपटॉप की मांग ने नए व पुराने लैपटॉप के दामों को भी बढ़ा दिया है। नए लैपटॉप की कीमतों में जहां 25 से 30 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई, वहीं पुराने लैपटॉप 40 से 50 फीसद अधिक दाम में बिक रहे हैं।

loksabha election banner

जून के अनलॉक से बढ़ी मांग

मार्च में मई अंत तक पूरी तरह लॉकडाउन रहा। इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई ने रफ्तार पकड़ी तो स्मार्ट फोन और लैपटॉप की सख्त जरूरत भी महसूस हुई। एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही अचानक लैपटॉप की खरीदारी बढ़ी। दुकानों में नए लैपटॉप के पुराने व नए मॉडल खूब बिके। जिनके बजट कम थे उन्होंने पुराने लैपटॉप का रुख किया। पुराने लैपटॉप की मांग नए से भी अधिक बढऩे लगी। इन चार महीनों में बाजार में मौजूद पुराने लैपटॉप का स्टॉक जैसे-जैसे कम होने लगा, दाम वैसे ही बढ़ते गए। 10 हजार के लैपटॉप 15 हजार, 15 हजार के लैपटॉप 22 हजार रुपये तक में बिकने लगे।

ऑनलाइन ने बेचे नए मॉडल

लैपटॉप की बढ़ती मांग के बीच ऑनलाइन कंपनियों ने पुराने व सस्ते मॉडल की बजाय नए, आधुनिक व महंगे मॉडल को ही सामने रखा और बेचा। जिन्हें बाजार से लैपटॉप नहीं मिले, उन्हें मजबूरी में ऑनलाइन महंगे लैपटॉप खरीदने पड़े। ऑनलाइन कंपनियों के इस ट्रेंड का सोशल मीडिया पर कुछ विरोध भी हुआ लेकिन कहीं कोई सुनवाई अब तक तो नहीं हुई है।

मांग हर जगह बढ़ी, सप्लाई बंद हो गई

कोरोना ने दुनिया को लॉक किया तो तमाम देशों ने भारत से भी पहले लॉकडाउन हुआ। हर जगह मांग बढऩे से देशों ने पुराने लैपटॉप के एक्सपोर्ट बंद रोक दिया। तमाम देशों से पुराने लैपटॉप लेकर भारत सहित विभिन्न देशों को एक्सपोर्ट करने वाले चीन से भी सामान आने बंद हो गए। मांग बढ़ती गई और आपूर्ति लगातार कम होने से दाम भी मनमाने लिए गए।

छह महीने लगेंगे आपूर्ति बढऩे में

पीएल शर्मा रोड पर लंबे समय से नए-पुराने लैपटॉप के व्यवसाय से जुड़े अनुज मित्तल के अनुसार तीन-चार महीने की बढ़ी डिमांड से आपूर्ति कम हो गई है। ऑनलाइन क्लास के बाद परीखाएं शुरू होने पर अधिक अभिभावकों ने लैपटॉप लिए। दुनिया भर में मांग बढऩे से पुराने लैपटॉप नहीं आ रहे हैं। हर देश पुराने की खपत कर रहा है। यह स्थिति सुधारने में करीब छह महीने और लग सकते हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.