एक धमाके ने हिला दी कई बुनियाद
पटाखों में हुए धमाके ने कई जिंदगियों की नींव हिला दी।
मेरठ,जेएनएन। पटाखों में हुए धमाके ने कई जिंदगियों की नींव हिला दी। दो परिवारों से कमाने वाले चले गए, वहीं बराबर के दो घरों की 'बुनियाद' तक हिल गई। एक का तो पहली मंजिल पर बना मकान ही ढहने के कगार पर पहुंच गया। लिंटर को बल्लियों से रोका गया।
गुरुवार सुबह लोग सोकर ही उठे थे कि धमाके से दिल दहल गया। चारों ओर धुएं का गुबार और मलबे की बारिश से लोग बचने की कोशिश कर रहे थे। लोग संभले और घरों से बाहर आए तो गली में मलबा बिखरा पड़ा था। चीख-पुकार के बीच आसिम के घर की ओर दौड़े तो वहां कासिम मलबे में दबा हुआ था। आसिम का शव सामने साजिद अली के घर में था। धमाके में आसिम का पूरा घर जमींदोज हो गया। आसिम और कासिम घर में अकेले कमाने वाले थे। आसिम के एक और कासिम के दो बेटियां हैं। उधर, सगाई समारोह में सूचना पहुंची तो वहां भी मातम छा गया। हादसे में गली में खड़ी एक गाड़ी और बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई।
इन लोगों के घर हुए क्षतिग्रस्त
धमाका इतना जबरदस्त था कि आसिम का पूरा घर ही ढह गया। उसका मलबा आसपास के घरों में जाकर गिरा। धमाकों से साजिद अली, नसरत अली, रियाज अली और इलियास अली का घर भी क्षतिग्रस्त हो गया। किसी का लिंटर टूट गया तो किसी का गेट-दीवार गिर गए। किसी की खिड़की तो किसी का छज्जा ही जमींदोज हो गया।
लोगों के चेहरे पर दिखी दहशत
धमाके के बाद लोग बेसुध होकर पहले तो घरों की ओर दौड़े और फिर बाहर का मंजर देखकर उनमें दहशत फैल गई। गली से लेकर छतों तक पर मलबा पड़ा था। लोग चीख-पुकार मचा रहे थे। खून से लथपथ लोग मदद मांग रहे थे। बचने और बचाने की जद्दोजहद हो रही थी। आसपास के लोग मदद के लिए आगे आए। मलबा हटाने में लोगों ने पुलिस की मदद की।
मौत के मुहाने पर था पूरा इलाका
कासिम सालों से इस काम को कर रहा था। इसकी जानकारी आसपास के सभी लोगों को थी। साथ ही पुलिस को भी पता था, लेकिन कभी किसी ने शिकायत नहीं की और न ही पुलिस ने कोई बड़ी कार्रवाई की। दबी जुबान में लोगों का कहना था कि कासिम की पुलिसकर्मियों से मिलीभगत थी। इसके चलते ही वह बेरोकटोक काम करता था। पुलिस की लापरवाही से पूरा इलाका मौत के मुहाने पर था। लोगों का कहना था कि त्योहार की वजह से माल लगातार आ रहा था।