मेरठ में हवाई पट्टी विकास के लिए होगा ओएलएस सर्वे, दिल्ली से आएगी टीम
मेरठ परतापुर स्थित डा.भीमराव अंबेडकर हवाई पट्टी के विकास के लिए आब्सटेकल लिमिटेशन सरफेस सर्वे (ओएलएस) किया जाएगा। भारतीय विमानपतन प्राधिकरण ने गठित की दो सदस्यों की टीम। एक से आठ जुलाई तक होगा आब्सटेकल लिमिटेशन सरफेस सर्वे।
मेरठ, जागरण संवाददाता। परतापुर स्थित डा.भीमराव अंबेडकर हवाई पट्टी के विकास के लिए आब्सटेकल लिमिटेशन सरफेस सर्वे (ओएलएस) किया जाएगा। सर्वे के लिए भारतीय विमानपतन प्राधिकरण ने दो अधिकारियों की टीम का गठन किया है। टीम सर्वे के लिए एक जुलाई को मेरठ पहुंचेगी। उधर, हवाई पट्टी के सर्वे को लेकर प्रदेश सरकार में विशेष सचिव कुमार हर्ष ने जिलाधिकारी को व्यवस्था बनाने के लिए निर्देश दिए है। सर्वे के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को नोडल अधिकारी बनाया है।प्रदेश सरकार ने मेरठ से हवाई उड़ान की घोषणा का प्रस्ताव किए जाने के बाद प्रशासन के स्तर से हवाई पट्टी विस्तारीकरण की योजना पर काम चल रहा है। शासन के आदेश पर सदर तहसील की ओर से हवाई पट्टी के आसपास की जमीन का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है ताकि उड़ान के लिए आवश्यक जमीन की व्यवस्था की जा सके। हवाई पट्टी के आसपास के विभिन्न गांवों की करीब 200 हेक्टेयर जमीन को भी तहसील प्रशासन ने चिन्हित भी कर लिया है।
उधर, भारतीय विमानपतन प्राधिकरण ने हवाई पट्टी के विकास के लिए दो अधिकारियों को ओएलएस सर्वें के लिए जिम्मेदारी दी है। सर्वे टीम में आरआर शर्मा और योगेंद्र कुमार शामिल है। दोनों अधिकारी एक जुलाई को दिल्ली से मेरठ पहुंचेंगे और सर्वे का कार्य शुरू करेंगे। सर्वे के लिए एक से आठ जुलाई तक का समय निर्धारित किया है। इस संबंध में प्रदेश सरकार में विशेष सचिव कुमार हर्ष द्वारा मिले निर्देशों पर सिटी मजिस्ट्रेट को सर्वे टीम का सहयोग करने के लिए नोडल अधिकारी बनाया है।
इस तरह होगा सर्वे
सर्वे टीम हवाई पट्टी के आरंभ से लेकर अंतिम छोर पर स्थायी निशान लगाएगी। सर्वेक्षण अधिकारियों की सहायता के लिए पांच श्रमिक भी मौजूद रहेंगे। साप्ताहिक अवकाश के दिन भी सर्वेक्षण कार्य किया जाएगा। इसके लिए नोडल अधिकारी को व्यवस्था बनानी होगी। सर्वेक्षण के दौरान हवाई पट्टे पर सुरक्षित क्षेत्र की भी सर्वेक्षण अधिकारियों को आवश्यकता होगी। मानचित्रण कार्य के लिए जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराने होंगे। हवाई पट्टी से संबंधित सभी उपलब्ध मानचित्र उपलब्ध कराने और शीर्ष ऊंचाई, नए निर्माण आदि की जानकारी ली जाएगी।
क्या होता है ओएलएस सर्वे
आब्सटेकल लिमिटेशन सरफेस सर्वे मुख्य रूप से इस बात की जानकारी करने के लिए कराया जाता है कि हवाई अडडे के आसपास जहां एयरक्राफ्ट चक्कर लगाता है वहां किसी तरह की बाधा तो नहीं है। हवाई अडडे के आसपास कोई पुरातत्व साइट, हैरिटेज इमारत या ढ़ाचा तो मौजूद नहीं है। इन सब की जांच के लिए ओएलएस सर्वे किया जाता है।