पुलिस की दबिश के दौरान वृद्ध की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
पुलिस दबिश के दौरान एक वृद्ध की मौत के बाद खासा हंगामा खड़ा हो गया। परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर घर में घुसकर तोड़फोड़ करने और वृद्ध को धक्का देने का आरोप लगाया।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 03:21 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 03:21 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। पुलिस की दबिश के दौरान गुरुवार को एक वृद्ध की मौत के बाद खासा हंगामा खड़ा हो गया। परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर घर में घुसकर तोड़फोड़ करने और वृद्ध को धक्का देने का आरोप लगाया है।
साबू का दिया था धक्का
खरखौदा के घोसीपुर गांव में साबू पुत्र हमीद 60 वर्षीय का परिवार निवास करता है। आरोप है कि गुरुवार दोपहर को मेडिकल थाना पुलिस बाबू के घर पहुंची और उसके बेटे आसिम को मोबाइल चोरी के आरोप में गिरफ्तार करने लगी। परिजनों ने विरोध किया तो पुलिस ने तोड़फोड़ शुरू कर दी और साबू को धक्का दे दिया। इससे साबू की हालत खराब हो गई।
मौत का आरोप किया हंगामा
बाद में पुलिस आसिम को घर से उठा कर थाने ले आई। कुछ देर बाद साबू की मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर साबू की मौत का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के आला अधिकारियों पर फोन से शिकायत की गई। बताया जा रहा है कि फटकार के बाद पुलिस ने असीम को छोड़ दिया। वहीं साबू के परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं और साबू की मौत का आरोप भी लगाते हुए पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की सांठगांठ का आरोप
साबू के परिजनों का आरोप है कि चिंदौड़ी गांव में दो पक्षों की रंजिश के तहत जानलेवा हमले के मुकदमे खरखौदा थाने में दर्ज हैं जिसमें आसिम पर भी फर्जी मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि आरोपी पक्ष ने मेडिकल पुलिस से सांठगांठ करके चोरी के मामले में आसिम को फसाने का षड्यंत्र रचा था।
इनका कहना है
आसिम को मोबाइल चोरी के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। बताया जा रहा है कि उसके पिता की बीमारी के कारण मौत हुई है। पुलिस ने कोई धक्का-मुक्की नहीं है। सभी आरोप बेबुनियाद हैं। पिता की मौत पर मानवता के नाते आसीम को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। बाद में पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी।
- कैलाश गौतम,एसओ,थाना मेडिकल
साबू का दिया था धक्का
खरखौदा के घोसीपुर गांव में साबू पुत्र हमीद 60 वर्षीय का परिवार निवास करता है। आरोप है कि गुरुवार दोपहर को मेडिकल थाना पुलिस बाबू के घर पहुंची और उसके बेटे आसिम को मोबाइल चोरी के आरोप में गिरफ्तार करने लगी। परिजनों ने विरोध किया तो पुलिस ने तोड़फोड़ शुरू कर दी और साबू को धक्का दे दिया। इससे साबू की हालत खराब हो गई।
मौत का आरोप किया हंगामा
बाद में पुलिस आसिम को घर से उठा कर थाने ले आई। कुछ देर बाद साबू की मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर साबू की मौत का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के आला अधिकारियों पर फोन से शिकायत की गई। बताया जा रहा है कि फटकार के बाद पुलिस ने असीम को छोड़ दिया। वहीं साबू के परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं और साबू की मौत का आरोप भी लगाते हुए पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की सांठगांठ का आरोप
साबू के परिजनों का आरोप है कि चिंदौड़ी गांव में दो पक्षों की रंजिश के तहत जानलेवा हमले के मुकदमे खरखौदा थाने में दर्ज हैं जिसमें आसिम पर भी फर्जी मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि आरोपी पक्ष ने मेडिकल पुलिस से सांठगांठ करके चोरी के मामले में आसिम को फसाने का षड्यंत्र रचा था।
इनका कहना है
आसिम को मोबाइल चोरी के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। बताया जा रहा है कि उसके पिता की बीमारी के कारण मौत हुई है। पुलिस ने कोई धक्का-मुक्की नहीं है। सभी आरोप बेबुनियाद हैं। पिता की मौत पर मानवता के नाते आसीम को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। बाद में पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी।
- कैलाश गौतम,एसओ,थाना मेडिकल
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