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गले मिलीं पुरानी सखियां और फूलों से खेली होली

आरजी पीजी कालेज के सभागार में रविवार को पुरातन छात्र समिति की ओर से पुरातन छा

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Feb 2022 01:18 AM (IST)Updated: Mon, 28 Feb 2022 01:18 AM (IST)
गले मिलीं पुरानी सखियां और फूलों से खेली होली
गले मिलीं पुरानी सखियां और फूलों से खेली होली

मेरठ,जेएनएन। आरजी पीजी कालेज के सभागार में रविवार को पुरातन छात्र समिति की ओर से पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। पुरातन छात्राएं कालेज के दिनों की स्मृतियों को संजोए दूर-दूर से अपने महाविद्यालय के प्रागण में एकत्र हुईं और सखियों के गले मिलकर सेल्फी ली। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला और सेक्रेटरी डिफेंस फाइनेंस सर्विस से रिटायर्ड सोमी टंडन ने दीप जलाकर की। इसके बाद सभी पूर्व छात्राओं ने कालेज प्रार्थना और सरस्वती वंदना कर सांस्कृति कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद पुरातन छात्राओं ने उड़ें जब-जब जुल्फें तेरी और पिया तोसे नैना लागे रे गीत पर नृत्य प्रस्तुति से सभी का मनमोह लिया। डा. दीपशिखा शर्मा ने तीन पीढियां विषय पर लघु नाटिका की प्रस्तुति दी। राधा जैन ने लता मंगेशकर के गीत सुनाए तो प्राचार्य डा. निवेदिता मलिक ने कविता सुनाई। मुक्ता, मंजरी और अंजुला ने लघु नाटिका प्रस्तुत की और कामिनी शर्मा, वीना मदान ने राजेश खन्ना और मुमताज पर फिल्माए गए गीतों पर डांस कर खूब धमाल मचाया। प्रतिमा त्यागी और उर्मी ने तब और अब विषय पर रोचक नाटक की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंत में सभी पुरातन छात्राओं ने फूलों से होली खेली। कार्यक्रम में वर्ष 1976 से वर्तमान बैच तक की छात्राएं उपस्थित रहीं। इस दौरान समिति सचिव डा. कुमकुम पारीक, डा. अंजुला राजवंशी, डा. अमिता शर्मा, डा. नीना बत्रा और डा. संगीता भी उपस्थित रहीं।

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गंगानगर एक्सटेंशन में किसानों का धरना जारी : गंगानगर एक्सटेंशन में किसानों का धरना रविवार को भी जारी रहा। किसान पिछले छह दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। किसानों का कहना है कि 32 साल बाद भी उन्हें मेरठ विकास प्राधिकरण ने मुआवजा नहीं दिया। उनकी जमीन जबरन खाली कराकर यहां पर कालोनी विकसित करने का प्रयास चल रहा है। किसानों की सुनवाई कोई भी अधिकारी करने को तैयार नहीं है। किसानों ने कहा कि वे जमीन खाली नहीं करेंगे जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिल जाता। चेतावनी दी कि यदि प्राधिकरण की ओर से जबरदस्ती की गई तो वे डटकर उनका सामना करेंगे।


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