ठंड में खाली रहे ऑफिस, कांपते रहे अधिकारी-कर्मचारी
कड़ाके की सर्दी से सोमवार को सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी भी दिनभर कांपते रहे। इस कारण अधिकांश कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति भी कम रही। वहीं फरियादी भी गिनती के ही पहुंचे।
मेरठ, जेएनएन। कड़ाके की सर्दी से सोमवार को सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी भी दिनभर कांपते रहे। इस कारण अधिकांश कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति भी कम रही। वहीं, फरियादी भी गिनती के ही पहुंचे।
शीतलहर व कड़ाके की सर्दी का असर सोमवार को सभी कार्यालयों पर साफ दिखायी दिया। कलक्ट्रेट व विकास भवन के विभिन्न कार्यालयों में दिनभर अधिकारियों व कर्मचारियों की कंपकंपी छूटती रही। कुछ कार्यालयों में अधिकारियों व कर्मचारियों ने शीतलहर के चलते दिन में हीटर का सहारा लिया। इसके साथ ही जहां हीटर आदि की व्यवस्था नहीं थीं, वहां पर अलाव जलाकर भी बैठे। सर्दी के चलते कई कार्यालयों में सोमवार को उपस्थिति भी बेहद कम रही। इसके साथ ही सर्दी के चलते फरियादी भी गायब रहे। सामान्य दिनों में भरने रहने वाले कार्यालयों में फरियादियों की संख्या नाममात्र की रही। यही स्थिति अन्य कार्यालयों की भी रही।
सार्वजनिक अवकाश की सूची जारी
मेरठ। जिला-प्रशासन द्वारा वर्ष-2020 के सार्वजनिक अवकाशों की तालिका जारी कर दी गई है। अवकाश तालिका में त्यौहारों आदि के 30 अवकाश हैं। नए साल में कई त्यौहार व दिवस ऐसे भी हैं जो रविवार अवकाश के दिन भी पड़ रहे हैं। नववर्ष में पहला अवकाश दो जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती पर मिलेगा। जबकि अंतिम अवकाश 25 दिसंबर 2020 को क्रिसमस डे का होगा। इसके साथ ही दो निर्बधिंत अवकाश भी साल में मिलेंगे। सर्दी में गन्ना क्रय केंद्र के चौकीदार की मौत
मेरठ, जेएनएन। कड़ाके की ठंड के बीच रोहटा गांव स्थित बजाज शुगर मिल किनौनी के गन्ना क्रय केंद्र पर सो रहे चौकीदार की मौत हो गई। चौकीदार को सोमवार सुबह अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
रोहटा गन्ना क्रय केंद्र पर कमल सिंह पुत्र खजान सिंह 55 वर्ष निवासी गांव कुतुबपुर थाना मीरापुर जिला मुजफ्फरनगर बतौर चौकीदार तैनात था। पुलिस ने बताया कि कमल सिंह क्रय केंद्र पर बनी अस्थाई झोपड़ी में सो रहा था। रविवार रात में उसे सीने में दर्द और उल्टी हुई। मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस उसे लेकर सीएचसी पहुंची। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उसके परिजनों को फोन से जानकारी दी। परिवार के लोगों ने उसका पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। वे कमल सिंह के मृत शरीर को लेकर मीरापुर चले गए। आरोप है कि अधिकांश गन्ना क्रय केंद्रों पर चौकीदार अस्थाई झोपड़ी में ही रहते हैं। जहां ठंड से बचाव के साधन मिल द्वारा उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
इन्होंने कहा..
जब चौकीदार को सीएचसी लेकर पहुंचे थे। तो उस समय वह दम तोड़ चुका था। प्रतित होता है कि ठंड से ही मौत हुई है। अगर परिजन पोस्टमार्टम कराते तो स्थिति स्पष्ट हो जाती।
- चौकीदार की मौत के कारणों की जांच तहसील प्रशासन से कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी