Move to Jagran APP

रास्‍ता भटकी पांच साल की बच्‍ची के लिए फरिश्‍ता बनकर आईं महिला अधिकारी

मेरठ कैंट क्षेत्र में रास्‍ता भटकी नर्सरी की छात्रा को अकेला देखकर एक अंजान युवक बच्‍ची को उठा ले जाना चाह रहा था। तभी वहां से जा रही महिला सैन्‍य अधिकारी ने बच्‍ची की मदद की।

By Taruna TayalEdited By: Published: Fri, 26 Apr 2019 12:58 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 12:58 PM (IST)
रास्‍ता भटकी पांच साल की बच्‍ची के लिए फरिश्‍ता बनकर आईं महिला अधिकारी
रास्‍ता भटकी पांच साल की बच्‍ची के लिए फरिश्‍ता बनकर आईं महिला अधिकारी
मेरठ, जेएनएन। गुरुवार को सब एरिया में एक पांच साल की बच्ची दिव्या गिरी रोते हुए घूम रही थी। स्‍कूल ड्रेस पहने हुए बच्‍ची अपने घर का रास्ता भटक गई थी। इसी बीच सेना की एक महिला अधिकारी वहां से गुजरीं तो उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवाई और बच्ची को खुद ही लालकुर्ती थाने ले गई।
यह है मामला
कैंट क्षेत्र के एक पब्लिक स्कूल में नर्सरी की छात्रा दोपहर से अपने घर का रास्‍ता भटक गई थी। स्कूल से कुछ दूर लोगों की भीड़ लगी थी और सभी बच्ची से जानकारी ले रहे थे। 9-डिव में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल मोनिषा एसआरएस वहां से गाड़ी से निकल रही थीं। लेफ्टिनेंट कर्नल ने वहां भीड़ लगी देखकर गाड़ी रुकवाई। तभी एक युवक बच्ची को जबरन बाइक पर ले जाने लगा। मोनिषा ने बाइक सवार युवक को रुकवाया। महिला अधिकारी को वर्दी में देखकर बाइक सवार युवक घबरा गया और बच्ची को जबरन ले जाने के मामले में सही जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद मोनिषा को कुछ शक हुआ और वह बच्ची को लेकर लालकुर्ती थाने पहुंच गईं।
बच्‍ची के साथ थाने में ही रही महिला अधिकारी
थाने में उन्‍होंने पुलिस से कहा कि वह बच्ची की देखभाल करें और उसके माता-पिता तक उसे पहुंचाए। पुलिस ने घंटों प्रयास के बाद उसके माता-पिता को तलाशकर उसे सुपुर्द कर दिया। थाना प्रभारी रोजंत त्यागी का कहना है कि बच्ची रास्ता भटक गई थी। 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.