Lemon Price News: अब कुछ ढीले पड़े नींबू के तेवर, 300 से गिरकर 100 रुपये प्रति किलो पर आए दाम
Lemon Price News भीषण गर्मी के बीच नींबू के दाम सातवें आसमान पर पहुंचे गए थे अब वो जमीन पर आ गए हैं। नींबू के दाम मंडी में इनदिनों 100 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। बीते दिनों इसके दाम 250 से 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए थे।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। Lemon Price News भीषण गर्मी और रमजान माह में शीतल पदार्थों में नींबू की खपत अधिक होने पर दाम में उछाल रहा था, लेकिन जैसे-जैसे रमजान का महीना पूरा होता जा रहा है, वैसे ही अब नींबू की अकड़ भी ढ़ीली पड़ रही है। इसके दाम सातवें आसमान से धरातल पर पहुंचने लगे है। जिससे लोग राहत महसूस कर रहे हैं। नींबू के दाम अब 300 रुपये प्रति किलो से गिरकर मंडी में 80 से 100 रुपये प्रति किलो पर आ गए हैं। भीषण गर्मी के बीच यह एक राहत देने वाली खबर है।
चेन्नई और बंगाल से मंगाए थे नींबू
रमजान के महीने में रोजेदार इफ्तारी के दौरान जहां फलों का सेवन करते हैं। वहीं नींबू का पानी प्यास बुझाने के लिए पहली पसंद रहता है। रमजान के महीने में नींबू के दाम ने इस बार लोगों के दांत खट्टे कर दिए। मीरापुर की सब्जी मंडी में इस बार नीबू के अधिकतम दाम 250 रुपये प्रति किलो रहे, जबकि बाजार में नींबू के दाम 300 रूपए किलो तक बिका है। नींबू की मांग बढ़ी तो मीरापुर के व्यापारियों ने चेन्नई व बंगाल से मंगाए। इतना ही नहीं नीबू के बागों में चोरी की घटनाएं हुई तो कई स्थानों पर तो बाग में चौकसी भी बढ़ा दी गई थी। लेकिन जैसे रमजान अलविदा हुए है, नीबू के दाम भी कमजोर पड़ने लगे है। नीबू के दाम भी गिरावट देखने को मिल रही हैं। सोमवार को मीरापुर की मंडी में नीबू के दाम 80 से 100 रुपये प्रति किलो रहे।
फलों के दामों में भी हुई बढ़ोतरी
नवरात्र और रमजान का महीना एक साथ ही होने के चलते एकदम से फलों के दामों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली थी। पहले केले के दाम 30 रूपए दर्जन थे तो नवरात्र के दिन 50 से 70 रूपए दर्जन पहुंच गए थे। वहीं अन्य फलों के दामों में भी बढ़ोतरी हुई थी।
गूल टूटने से गेहूं की फसल जलमग्न
मीरापुर : क्षेत्र के गांव में एक किसान के खेत के निकट गूल (छोटा रजवाहा) टूटने के चलते खेत में कटी पड़ी गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। सवेरा खेत पर पहुंचे किसान को जानकारी लगी। गांव भुम्मा निवासी किसान व भारतीय किसान यूनियन तोमर के जिला प्रवक्ता समर सिंह चौधरी ने बताया कि उन्होंने शनिवार को अपने खेत में गेहूं की फसल की कटाई कराई थी तथा सवेरा होने पर कटी फसल को थ्रेसर मशीन में निकलवाना था। रात्रि में किसान के खेत के निकट गूल (छोटा रजवाहा) टूट गई। जिससे किसान के खेत में पानी भर गया तथा उसकी कटी पड़ी गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। किसान ने ट्रैक्टर ट्रॉली की मदद से जलमग्न फसल को यहां से उठाकर दूसरे खेत में पहुंचाया। किसान का आरोप है कि 8 दिन पूर्व भी शरारती तत्वों ने उसके खेत के निकट गूल (छोटा रजवाहा) को तोड़ दिया था।