मेरठ में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर प्रधान पद का नामांकन, पति हिरासत में, पहले भी चुनाव लड़ चुकी है आरोपित महिला
मेरठ में फर्जी प्रमाण-पत्र लगाकर प्रधान पद के नामांकन की शिकायत पर महिला प्रत्याशी और उसके पति के खिलाफ तहरीर दी गई है। उलधन का मामला पूर्व में भी पिछड़ी जाति पर प्रधानी का चुनाव लड़ चुकी महिला।
मेरठ, जेएनएन। फर्जी प्रमाण-पत्र लगाकर प्रधान पद के नामांकन की शिकायत पर महिला प्रत्याशी और उसके पति के खिलाफ तहरीर दी गई है। पुलिस ने आरोपित पति को हिरासत में लिया है।
यह है मामला
उलधन गांव में ग्राम पंचायत के पांच हजार मतदाता हैं। सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 12 प्रत्याशी मैदान में हैं। प्रधान पद के लिए नसरू की पत्नी मुनीजा ने भी नामांकन किया था। प्रत्याशी द्वारा अनुसूचित जाति का प्रमाण-पत्र गलत आधार पर बनवाने की शिकायत अधिकारियों से की गई थी।
प्रारंभिक जांच के बाद बुधवार को लेखपाल अतुल चौहान ने थाने में नसरू और उसकी पत्नी मुनीजा के खिलाफ मिलीभगत कर तहसील से जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। पुलिस ने नसरू को हिरासत में लिया है। इंस्पेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि जांच की जा रही है। पूर्व में भी मुनीजा पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र पर चुनाव लड़ चुकी है। नसरू का कहना है कि उसकी पत्नी ङ्क्षहदू नट जाति से है, जो अनुसुचित जाति में आती है। उसी के आधार पर उसने आवेदन किया था।
गर्दन फंसती दिखी तो दी गई तहरीर
मुनीजा ने अनुसूचित जाति का प्रमाण-पत्र लगाकर नामांकन किया था। इसकी शिकायत के बाद भी नामांकन सही ठहराते हुए चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया। उच्चाधिकारियों से शिकायत पर जांच शुरू हुई। आरओ दिलीप गुप्ता ने कहा कि जाति प्रमाण पत्र तहसील से जारी हुआ है। जांच करके चुनाव चिह्न दिया गया है। उधर, मामले में गर्दन फंसती देख महिला प्रत्याशी और उसके पति के खिलाफ तहरीर दी गई।
इन्होंने बताया...
गलत आधार पर जाति प्रमाण पत्र कैसे जारी हो गया। जांच में दोषी मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-संदीप भागिया, एसडीएम सदर मेरठ