बीते दो माह में कश्मीर में कोई भी युवक आतंकवादी संगठन में नहीं हुआ शामिल
स्वामी कल्याण देव गर्ल्स कॉलेज में स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि जम्मू कश्मीर का आतंकवाद बंदूक की गोली मारकर समाप्त नहीं किया जा सकता।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 04:25 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 04:25 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। खरखौदा में कस्बे के स्वामी कल्याण देव गर्ल्स कॉलेज में स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि जम्मू कश्मीर का आतंकवाद बंदूक की गोली मारकर समाप्त नहीं किया जा सकता। आतंकवाद खत्म करने के लिए युवाओं को समझाना होगा।
आतंकवाद के खात्मे पर हो रहा काम
13 से लेकर २३ वर्ष के विद्यार्थियों को एनजीओ में जोड़कर आतंकवाद समाप्त करने पर काम किया जा रहा है। बीते दो माह के अंदर कश्मीर में कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है साथ ही कहा कि कश्मीर में हुए चुनाव में आए दिन हत्या होती थी, इस बार एक चिड़िया भी नहीं मरी। उन्होंने युवाओं को दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूक करते हुए कहा कि उत्तर भारत में लोग बेटी को पैदा नहीं होने देते अगर पैदा भी हो जाती है तो उसे अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती। यदि बेटियों को अच्छी शिक्षा मिले तो वें बेटों से छह कदम आगे निकल जाती हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों को दहेज में कार न देकर दहेज के खर्चे से बेटियों को पढ़ाना चाहिए, ताकि बेटियां अच्छी शिक्षा हासिल करके उच्च पदों पर विराजमान हो सकें और देश की विकास में सहायक बने। बेटियों के विकास से ही राष्ट्र निर्माण संभव है।
भारत के टुकड़े करना संभव नहीं
राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि भारत की ताकत के विषय में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हुर्रियत नेताओं को कई बार समझा चुके हैं कि भारत मजबूत है उसके टुकड़े नहीं हो सकते। भाईचारे और बातचीत के जरिए ही भारत के साथ वार्ता की जा सकती है। कहा कि हुर्रियत के नेता भारत और पाकिस्तान के लोगों से अपना व्यापार चला रहे हैं।
आतंकवाद के खात्मे पर हो रहा काम
13 से लेकर २३ वर्ष के विद्यार्थियों को एनजीओ में जोड़कर आतंकवाद समाप्त करने पर काम किया जा रहा है। बीते दो माह के अंदर कश्मीर में कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है साथ ही कहा कि कश्मीर में हुए चुनाव में आए दिन हत्या होती थी, इस बार एक चिड़िया भी नहीं मरी। उन्होंने युवाओं को दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूक करते हुए कहा कि उत्तर भारत में लोग बेटी को पैदा नहीं होने देते अगर पैदा भी हो जाती है तो उसे अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती। यदि बेटियों को अच्छी शिक्षा मिले तो वें बेटों से छह कदम आगे निकल जाती हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों को दहेज में कार न देकर दहेज के खर्चे से बेटियों को पढ़ाना चाहिए, ताकि बेटियां अच्छी शिक्षा हासिल करके उच्च पदों पर विराजमान हो सकें और देश की विकास में सहायक बने। बेटियों के विकास से ही राष्ट्र निर्माण संभव है।
भारत के टुकड़े करना संभव नहीं
राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि भारत की ताकत के विषय में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हुर्रियत नेताओं को कई बार समझा चुके हैं कि भारत मजबूत है उसके टुकड़े नहीं हो सकते। भाईचारे और बातचीत के जरिए ही भारत के साथ वार्ता की जा सकती है। कहा कि हुर्रियत के नेता भारत और पाकिस्तान के लोगों से अपना व्यापार चला रहे हैं।
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