हेल्पलाइन पर सुनवाई नहीं, पुलिस टरकाती है.. आखिर जाएं कहां
मनचले से परेशान छात्राओं ने बयां की व्यवस्था की हकीकत। महिला थाने में चक्कर काटने के बाद भी नहीं हुई कोई सुनवाई।
मेरठ। महिला हेल्पलाइन का नंबर नहीं उठा। थाने जाने पर पुलिस टरकाती है। अब आप ही बताइये कि ऐसे में हम कहां जाएं। छेड़छाड़ व अश्लीलता से तंग छात्राओं ने रविवार को महिला थाने में व्यवस्था की हकीकत को बेनकाब कर दिया। उन्होंने कहा कि तमाम दावों के बावजूद हालात ठीक नहीं हैं। ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें आगे पढ़ने से पहले सौ बार सोचना होगा।
मनचले की हरकतों से तंग छात्राओं ने बताया कि मनचले ने उनका हॉस्टल से निकलना दुश्वार कर दिया है। जब कई लड़कियां साथ होती हैं तो वह नहीं आता, लेकिन अगर कोई लड़की अकेली होती है तो वह पीछे लग जाता है। वे इस कदर खौफ में हैं कि हॉस्टल में कैद होकर रह गई हैं। छात्राओं की बात सुनकर महिला आयोग की सदस्य राखी त्यागी भी हैरत में पड़ गईं। उन्होंने छात्राओं को हिम्मत बांधते हुए कहा कि वह प्रकरण को आयोग की अध्यक्ष व शासन तक पहुंचाएंगी। किसी भी प्रताड़ना की शिकार महिला को हर हालत में न्याय मिलेगा।
मैडम थाने में नहीं हैं, सुबह आना
छात्राओं ने बताया कि उन्होंने तीन-चार दिन तक कई बार महिला हेल्पलाइन पर कॉल कीं, लेकिन फोन नहीं उठा। घटना बताने पर परिजनों ने लालकुर्ती थाने में सूचना दी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। शनिवार शाम को छात्राएं महिला थाने में गईं तो रात को आने के लिए कह दिया गया। रात में गईं तो कह दिया कि इंस्पेक्टर मैडम नहीं हैं। सुबह आकर बात करना।
कार्रवाई नहीं हुई तो पढ़ाई छोड़ देंगे
छात्राओं ने कहा कि सरेआम अश्लीलता करने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उसे नहीं पकड़ा गया तो वह उनके साथ किसी आपराधिक वारदात को भी अंजाम दे सकता है। छात्राओं ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हो सकती तो वे पढ़ाई छोड़ देंगीं।
इंस्पेक्टर महिला थाना नेहा चौहान ने बताया कि शनिवार को जब छात्राएं थाने आई थीं तो मैं दबिश में थी। थाने के स्टाफ को मुझे जानकारी देनी चाहिए थी। दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ रिपोर्ट भेजी जाएगी।