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इंटरचेंज का काम तेज कराने पहुंचे एनएचएआइ के डीजीएम Meerut News

एनएचएआइ के डिप्टी जनरल मैनेजर मुदित गर्ग कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोमवार दोपहर परतापुर तिराहा पहुंचे। कार्य का निरीक्षण किया।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 05:31 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 05:31 PM (IST)
इंटरचेंज का काम तेज कराने पहुंचे एनएचएआइ के डीजीएम Meerut News
इंटरचेंज का काम तेज कराने पहुंचे एनएचएआइ के डीजीएम Meerut News

मेरठ, जेएनएन। एनएचएआइ के डिप्टी जनरल मैनेजर मुदित गर्ग, कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोमवार दोपहर परतापुर तिराहा पहुंचे। उन्होंने करीब एक घंटे तक रुक कर विभिन्न प्वाइंटों को देखा। कार्य की प्रगति पर असंतोष जताते हुए दिन-रात काम करने का निर्देश दिया। उन्हें एक्सप्रेस-वे के एलाइनमेंट में कुछ भवन व दुकानें दिखाई दीं। जिस पर उन्‍होंने स्थानीय साइट मैनेजरों से जवाब मांगा। संतोषजनक उत्तर न दे पाने पर उन्‍होंने रास्ते में आने वाले निर्माणों को तोड़ने का निर्देश दिया। बताया कि सभी का मुआवजा प्रशासन के स्तर से दिया जा चुका है। यदि किसी का प्रकरण अभी लंबित है तो उसे निस्तारित करा लिया जाएगा, लेकिन कार्य इसकी वजह से टाला नहीं जा सकता। कार्यदायी संस्था जीआर इंफ्रा प्रा. लि. के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि 31 मई तक हर हाल में एक्सप्रेस-वे पूरा करके देना है, इसलिए मशीनें व श्रमिकों की संख्या बढ़ा दें।

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हाल ही में सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी डासना से भोजपुर गांव तक निरीक्षण किया था। उन्होंने निरीक्षण के बाद एनएचएआइ के मुख्यालय व सड़क राजमार्ग मंत्रलय को जो रिपोर्ट भेजी थी उसमें कार्य समय से पूरा कर लेने पर भरोसा जताकर भी कार्य धीमा होने को लेकर असंतोष जताया था। वहीं दैनिक जागरण ने भी एक्सप्रेस-वे की मौका- ए-स्थिति पर कामकाज को लेकर सवाल उठाए थे।

केंद्रीय मॉनीटरिंग ग्रुप के साथ होगी प्रोजेक्टों की समीक्षा

भारत सरकार के केंद्रीय प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप के साथ प्रदेश के मुख्य सचिव 12 मार्च को लखनऊ में प्रोजेक्टों की समीक्षा करेंगे। इसमें मेरठ से संबंधित प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। मेरठ से संबंधित केंद्रीय प्रोजेक्ट में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर व भारत पेट्रोलियम के नए डिपो की स्थापना शामिल है। इस बैठक में मेरठ से डीएम व कमिश्नर शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री से पहले वीके सिंह व गडकरी करेंगे समीक्षा

प्रधानमंत्री से पहले केंद्रीय परिवहन राज्यमंत्री वीके सिंह व कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी समीक्षा करेंगे। इसी क्रम में दो संसदीय क्षेत्र से संबंधित सांसद भी इस एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण कर रहे हैं।

12 किमी कनेक्‍टर का टेंडर मार्च में

मेरठ, जेएनएन। मेरठ के लोगों को एक और खुशखबरी मिलने जा रही है। आवागमन आसान करने के लिए एक्सप्रेस-वे और हापुड़ रोड के बीच इंटरकनेक्टर बनने जा रहा है। इससे हापुड़ रोड की तरफ के आधे मेरठ को ही नहीं, बल्कि बिजनौर व पौड़ी मार्ग से आने वाले वाहनों के लिए भी बड़ी सहूलियत मिल जाएगी।

मेरठ को दिल्ली से एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए डासना से मेरठ तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। उधर, डासना से हापुड़ तक भी एक्सप्रेस-वे बन रहा है। डासना से दिल्ली तक एक्सप्रेस-वे पहले से ही निर्माणाधीन है, जो अब पूर्ण होने की ओर है। मेरठ से हापुड़ जाने वाले रास्ते को राष्ट्रीय राजमार्ग बना दिया गया है। ऐसे में मेरठ से दिल्ली व मेरठ से हापुड़ व बुलंदशहर आदि जगह जाना आसान हो गया है, पर अब एक बड़ी सहूलियत यह भी मिलने वाली है कि मेरठ-हापुड़ राष्ट्रीय राजमार्ग को एक्सप्रे-वे से जोड़ दिया जाएगा। इससे बीच रास्ते में ही हापुड़ रोड से वाहन एक्सप्रेस-वे पर जा सकेंगे और एक्सप्रेस-वे के वाहन हापुड़ मार्ग पर। कनेक्टर न होने की स्थिति में दोनों मार्ग को परतापुर या फिर डासना से होकर जाना पड़ता। एक्सप्रेस-वे पर जैनुद्दीनपुर गांव मोदीनगर क्षेत्र में पड़ता है। यह गांव पल्हैता व मुरादाबाद गांव के बीच में है। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस कनेक्टर के लिए स्वीकृति मिल गई है। मार्च में टेंडर निकाला जाएगा। वहीं एनएचएआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद ने बताया कि इंटर कनेक्टर प्रस्तावित है लेकिन यह एक्सप्रेस-वे का हिस्सा नहीं है। जब बनेगा तब इसे एक्सप्रेस-वे कनेक्ट कर दिया जाएगा।


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