एक्सप्रेस-वे पर अगले साल शुरू होगा सफर
सांसद और एनएएचआइ के अधिकारियों ने की स्थलीय समीक्षा
मेरठ : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर अगले साल सफर शुरू हो जाएगा। निर्माण कार्य में आ रही कुछ बाधाओं को दूर कर काम की गति बढ़ाई जाएगी। एक्सप्रेस-वे बनने से दिल्ली का सफर सुविधाजनक हो जाएगा और समय के साथ पैसों की भी बचत होगी।
गाजियाबाद के डासना से परतापुर तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारी और सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने काशी गांव के जंगल में निर्माण कार्य की स्थलीय समीक्षा कर इंजीनियरों व कर्मचारियों से बातचीत की।
उन्होंने भूमि अधिग्रहण की स्थिति, खर्च होने वाली धनराशि और निर्माण कार्य पूरा होने की अवधि आदि की जानकारी ली। भाजपा के मंडल अध्यक्ष राजीव गोयल, सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल, चरण सिंह लिसाड़ी, अशोक शर्मा, नरेंद्र मयूर, विजय विश्वकर्मा, आशीष प्रताप, संजीव माहेश्वरी आदि मौजूद रहे। मार्च तक पूरा होगा कार्य : कनियाल
एनएएचआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर किशोर कनियाल ने बताया कि रात-दिन काम करके मार्च-2019 तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर टेक्निकल मैनेजर अरविंद कुमार, अथॅारिटी इंजीनियर अरविंद कुमार भी रहे। फिलहाल यह है स्थिति
एनएएचआइ अधिकारियों के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे में तीन एचटी लाइन बाधा बन रही हैं, जिन्हें इसी माह अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा। इसी तरह फलदार और घने वृक्षों को भी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। एक्सप्रेस-वे मेरठ जिले के 12 गांवों से होकर परतापुर तक पहुंचेगा। इसके लिए अभी 45.44 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है, जिसे अधिसूचित कर लिया है। करीब 278.55 करोड़ रुपया मुआवजा भू-स्वामियों को दिया जा चुका है। गाजियाबाद जिले में अभी लगभग 268.51 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है, जिसमें से 266.64 हेक्टेयर भूमि अधिसूचित की जा चुकी है। यहां लगभग 1020 करोड़ रुपये मुआवजा बंट चुका है।