इंसाफ की दरकार : सहारनपुर में भाजपा नेता ने अपने घर पर लगाया पलायन का बोर्ड, जानिए पूरा मामला
Need for justice सहारनपुर के भाजपा नेता के साथ गांव के ही कुछ दबंगों ने मारपीट की। पीड़ित ने थाने में लिखित में शिकायत की लेकिन उसकी तहरीर पर कोई कार्रवाई नही हो रही है। इंसाफ के भटक रहे भाजपा नेता ने घर पर पलायन का बोर्ड लगाया है।
सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह थानाक्षेत्र के गांव बिलासपुर के एक भाजपा नेता को अपनी ही सरकार में इंसाफ नही मिल रहा है। भाजपा नेता के साथ गांव के ही कुछ दबंगों ने मारपीट की। पीड़ित ने थाने में लिखित में शिकायत की, लेकिन उसकी तहरीर पर कोई कार्रवाई नही हो रही है। यही नही सांसद और विधायकों तक की सिफारिश गंगोह पुलिस नहीं सुन रही है। भाजपा नेता ने अब परिवार संग पलायन करने का निर्णय लिया है। भाजपा नेता ने गांव में अपने घर पर पलायन का बोर्ड भी लगा लिया है। एसएसपी तक पीड़ित गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई नही सुन रहा।
यह है मामला
गंगोह थानाक्षेत्र के गांव बिलासपुर में भाजपा के पूर्व मत्स्य प्रकोष्ठ के जिला संयोजक व भारतीय कश्यप सेना के जिला संयोजक भोपाल सिंह अपने गांव के ही एक व्यक्ति की एक केस में पैरवी कर रहे है। इसी रंजिश को लेकर गांव के कुछ लोगो ने उनके साथ मारपीट की। भाजपा नेता ने बताया कि 14 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे वह गांव भूटीबास निवासी सतीश के एक मिस्त्री की दुकान पर बैठा था। आरोप है कि जैसे वह दुकान से बाहर निकला तो घात लगाए बैठे तीन दबंगों ने लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। आरोप है कि आरोपितो ने उसकी मां सोमवती को भी नहीं बख्शा, उनके साथ भी मारपीट की गई। भाजपा नेता ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पुलिस भी पहुंची, लेकिन पुलिस मामले से अनजान बनी हुई है। जबकि कार्रवाई के लिए पीड़ित नेता अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।
पलायन को मजबूर
भाजपा नेता भोपाल सिंह का कहना है कि मामले को लेकर वह कैराना सांसद प्रदीप चौधरी और गंगोह विधायक कीरत सिंह के पास भी गया था। पीड़ित नेता का कहना है कि भाजपा सरकार में भी पुलिस न तो आमजन की सुन रही है और न ही भाजपा नेताओं की। पीड़ित का कहना है कि जब किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में वह अपने परिवार सहित गांव से पलायन करने पर मजबूर है।
यह बताया सीओ ने
वहीं इस मामले को लेकर जब थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रवेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। जबकि इस मामले में सीओ मोहम्मद रिजवान का कहना है कि मामला संज्ञान में है और कार्रवाई की जा रही है। हैरानी इस बात की है कि संबंधित थाना पुलिस को मामले का पता नहीं है, जबकि सीओ कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं।