Mission Admission : एनएएस कॉलेज में इस साल से स्मार्ट क्लासरूम में होगी पढ़ाई
शहर में नैक से बी ग्रेड प्राप्त एनएएस कॉलेज इस साल से 10 स्मार्ट क्लासरूम शुरू कर रहा है। इसमें डिजिटल बोर्डलैपटॉप और प्रोजेक्टर के जरिये छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 01:48 PM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 01:48 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। 12वीं के बाद स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए छात्र-छात्राएं इंतजार कर रहे हैं। ऐसे छात्र जो चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में प्रवेश लेना चाहते हैं,उनके लिए शहर में कई एडेड कॉलेज भी उपलब्ध है।
डिजिटल बोर्ड के जरिए पढ़ाएंगे
सभी कॉलेजों में एक साथ रजिस्ट्रेशन शुरू होने वाले हैं। इसमें छात्र-छात्राएं कॉलेज की खासियत जानकर उसका चुनाव कर सकते हैं। शहर में नैक से बी ग्रेड प्राप्त एनएएस कॉलेज इस साल से 10 स्मार्ट क्लासरूम शुरू कर रहा है। इसमें डिजिटल बोर्ड,लैपटॉप और प्रोजेक्टर के जरिये छात्रों को पढ़ाया जाएगा। कॉलेज में छात्रों के लिए निश्शुल्क वाइफाइ की सुविधा पहले ही उपलब्ध है।
बीए में सबसे पहले एडमिशन
शहर में एनएएस पीजी कॉलेज में पिछले साल चौ. चरण सिंह विवि की मेरिट में सबसे पहले बीए की सीटों पर प्रवेश हुआ था। एनएएस में बीए में हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, चित्रकला, इतिहास,गणित जैसे विषय हैं। बीए करने वाले छात्र तीन भाषाओं को एक साथ नहीं ले सकते हैं। विवि के विषय संयोजन का ध्यान रखकर ही छात्रों को विषय का चुनाव करना चाहिए।
बीकॉम की पढ़ाई सेल्फ फाइनेंस में
एनएएस कॉलेज में बीकॉम, बीएससी बायोलॉजी, एमकाम और एलएलएम की पढ़ाई सेल्फ फाइनेंस में होती है। रेगुलर कोर्स के मुकाबले सेल्फ फाइनेंस की फीस अधिक है।
एलएलबी में रेगुलर पढ़ाई
एनएएस में 180 सीटों पर एलएलबी में प्रवेश होता है। स्नातक के अन्य कोर्स की तरह इसमें भी विश्वविद्यालय की संयुक्त मेरिट से प्रवेश लिया जाएगा। कोएड कालेज होने के बाद भी छात्र और छात्रओं का अनुपात 60:40 का है। साइंस स्ट्रीम में छात्रों के मुकाबले छात्रओं की संख्या अधिक है।
यूजी और पीजी में 15 विभाग
कला,विज्ञान और कामर्स को मिलाकर कॉलेज में 15 विभाग हैं। बीए के अलावा बीएससी मैथ्स और बीएससी स्टेट. में छात्र प्रवेश के लिए अधिक इच्छुक रहते हैं।
स्पोर्ट्स की सुविधा
एनएएस में इंडोर और आउटडोर गेम है, विश्वविद्यालय की हाकी टीम यहीं से तैयार होती है। जिसकी वजह से हाकी के खिलाड़ियों की भी एनएएस कॉलेज पसंद है।
इनका कहना है
पिछले साल बीए में सबसे पहले हमारे कॉलेज की सीटें भरीं थीं। 12वीं में 92 फीसद अंक पाने वाले छात्र-छात्राओं ने यहां प्रवेश लिया था। कोएड कॉलेज में पूरे साल यहां सबसे अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति रहती है। नए सत्र में कई विभागों में स्मार्ट क्लास के साथ कई आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं।
- डा.वीपी राकेश,प्राचार्य,एनएएस कॉलेज
डिजिटल बोर्ड के जरिए पढ़ाएंगे
सभी कॉलेजों में एक साथ रजिस्ट्रेशन शुरू होने वाले हैं। इसमें छात्र-छात्राएं कॉलेज की खासियत जानकर उसका चुनाव कर सकते हैं। शहर में नैक से बी ग्रेड प्राप्त एनएएस कॉलेज इस साल से 10 स्मार्ट क्लासरूम शुरू कर रहा है। इसमें डिजिटल बोर्ड,लैपटॉप और प्रोजेक्टर के जरिये छात्रों को पढ़ाया जाएगा। कॉलेज में छात्रों के लिए निश्शुल्क वाइफाइ की सुविधा पहले ही उपलब्ध है।
बीए में सबसे पहले एडमिशन
शहर में एनएएस पीजी कॉलेज में पिछले साल चौ. चरण सिंह विवि की मेरिट में सबसे पहले बीए की सीटों पर प्रवेश हुआ था। एनएएस में बीए में हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, चित्रकला, इतिहास,गणित जैसे विषय हैं। बीए करने वाले छात्र तीन भाषाओं को एक साथ नहीं ले सकते हैं। विवि के विषय संयोजन का ध्यान रखकर ही छात्रों को विषय का चुनाव करना चाहिए।
बीकॉम की पढ़ाई सेल्फ फाइनेंस में
एनएएस कॉलेज में बीकॉम, बीएससी बायोलॉजी, एमकाम और एलएलएम की पढ़ाई सेल्फ फाइनेंस में होती है। रेगुलर कोर्स के मुकाबले सेल्फ फाइनेंस की फीस अधिक है।
एलएलबी में रेगुलर पढ़ाई
एनएएस में 180 सीटों पर एलएलबी में प्रवेश होता है। स्नातक के अन्य कोर्स की तरह इसमें भी विश्वविद्यालय की संयुक्त मेरिट से प्रवेश लिया जाएगा। कोएड कालेज होने के बाद भी छात्र और छात्रओं का अनुपात 60:40 का है। साइंस स्ट्रीम में छात्रों के मुकाबले छात्रओं की संख्या अधिक है।
यूजी और पीजी में 15 विभाग
कला,विज्ञान और कामर्स को मिलाकर कॉलेज में 15 विभाग हैं। बीए के अलावा बीएससी मैथ्स और बीएससी स्टेट. में छात्र प्रवेश के लिए अधिक इच्छुक रहते हैं।
स्पोर्ट्स की सुविधा
एनएएस में इंडोर और आउटडोर गेम है, विश्वविद्यालय की हाकी टीम यहीं से तैयार होती है। जिसकी वजह से हाकी के खिलाड़ियों की भी एनएएस कॉलेज पसंद है।
इनका कहना है
पिछले साल बीए में सबसे पहले हमारे कॉलेज की सीटें भरीं थीं। 12वीं में 92 फीसद अंक पाने वाले छात्र-छात्राओं ने यहां प्रवेश लिया था। कोएड कॉलेज में पूरे साल यहां सबसे अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति रहती है। नए सत्र में कई विभागों में स्मार्ट क्लास के साथ कई आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं।
- डा.वीपी राकेश,प्राचार्य,एनएएस कॉलेज
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