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निगम...बजट में हरियाली, पार्क सूखे

छह साल में नगर निगम ने खर्च किए 13 करोड़ रुपये शहर में करीब 100 पार्क अभी भी हैं अविकसित जागरण संवाददाता मेरठ मर्ज बढ़ता गया ज्यों-ज्यों दवा की ये पंक्तियां नगर निगम के पार्कों की बदहाली बयां करने के लिए काफी हैं। बीते छह सालों में पार्को के अनुरक्षण निर्माण और सौंदर्यीकरण पर 13 करोड़ से अधिक धनराशि नगर निगम ने खर्च की है। इसके बाद भी शहर के करीब 100 पार्क बदहाल हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 10:00 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 10:00 AM (IST)
निगम...बजट में हरियाली, पार्क सूखे
निगम...बजट में हरियाली, पार्क सूखे

मेरठ,जेएनएन। मर्ज बढ़ता गया, ज्यों-ज्यों दवा की, ये पंक्तियां नगर निगम के पार्कों की बदहाली बयां करने के लिए काफी हैं। बीते छह सालों में पार्को के अनुरक्षण, निर्माण और सौंदर्यीकरण पर 13 करोड़ से अधिक धनराशि नगर निगम ने खर्च की है। इसके बाद भी शहर के करीब 100 पार्क बदहाल हैं।

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नगर निगम के अंतर्गत 90 वार्ड हैं। जिसमें करीब 17 लाख आबादी निवास करती है। जिसके सैर-सपाटे के लिए करीब 460 पार्क निगम के उद्यान विभाग में दर्ज हैं। लेकिन सोसायटी वाले और वीआइपी क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो शहर के अधिकांश इलाकों के पार्क बदहाल पड़े हैं। जागृति विहार में सांई पार्क, वैष्णो पार्क समेत करीब आठ पार्क ऐसे हैं जिनमें न तो बाउंड्री सही है और न ही पौधारोपण हुआ है। सफाई तो कभी होती नहीं है। कुछ पार्को में तो गोबर के ढेर लगे हैं। कुछ में वाहन पार्किंग बन गई है। शास्त्रीनगर में अशोक पार्क में एक साल से अंधेरा छाया हुआ है। शिव पार्क भी दुर्दशा का शिकार है। मंगलपांडे नगर में कई पार्क हैं, लेकिन उनके पौधारोपण तक नगर निगम नहीं करा सका है। बागपत रोड से जुड़े मोहल्लों में भी पार्को का बुरा हाल है। वार्ड 15 में दिनेश विहार व ऋषि नगर है। जहां पार्क में साल के छह महीने जलभराव रहता है। पांडव नगर व नौचंदी क्षेत्र में पाकरें पर कब्जे हो गए हैं। कंकरखेड़ा क्षेत्र में मार्शल पिच के पास पार्क में कूड़े का ढेर लगा हुआ है।

अमृत योजना भी नहीं सुधार सकी सेहत

स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने वाले लोग सुबह-शाम पार्को में सैर-सपाटा करना चाहते हैं। वहीं, बच्चे खेल का आनंद लेना चाहते हैं, लेकिन पाकरें की बदहाली रोड़ा बनी हुई है। कहने को केंद्र सरकार ने अमृत योजना लांच की। पार्को के जीर्णोद्धार के प्रस्ताव भी बने। केवल शास्त्रीनगर बी ब्लॉक का सामुदायिक पार्क छोड़ दिया जाए तो मंगलपांडे नगर, जागृति विहार, पल्लवपुरम, गंगानगर के पार्क अपनी बदहाली दूर होने की राह देख रहे हैं।

छह साल में पार्को पर इतना खर्च

वर्ष धनराशि (लाख में)

2013-14 151.30

2014-15 172.51

2015-16 177.03

2016-17 478.33

2017-18 247.19

2018-19 119.61


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