दीपक की ढाल बनकर रहती थी मां, वह भी बराबर की गुनहगार
दीपक की करतूत पर दर्शिता के परिजनों और स्थानीय लोगों में उबाल है। मंगलवार सुबह बार एसोसिएशन के अधिवक्ता पीड़ित परिवार से मिले और फास्ट ट्रैक कोर्ट की सहायता से आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही।
मेरठ । दीपक की करतूत पर दर्शिता के परिजनों और स्थानीय लोगों में उबाल है। मंगलवार सुबह बार एसोसिएशन के अधिवक्ता पीड़ित परिवार से मिले और फास्ट ट्रैक कोर्ट की सहायता से आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही। कॉलोनी के लोगों ने दीपक के साथ-साथ उसकी मां जगबीरी को भी बराबर का गुनहगार बताया। मां को षड्यंत्र रचने का मुल्जिम बनाने के लिए परिजन, गंगानगर के व्यापारी व संभ्रांत लोग थाने पर एएसपी कुलदीप सिंह गुनावत से भी मिले।
परिजनों ने बताया कि घर में दर्शिता की शादी की तैयारी चल रही थी। कुछ दिन पहले ही पिता मनोज कुमार शर्मा कपड़े खरीदकर लाए थे। इस बात का पता चलते ही दीपक की मां जगबीरी विरोध करते हुए घर आ धमकी थी। कहा कि तुम्हें हमारी बात समझ में नहीं आ रही। दीपक की शादी दर्शिता से होकर रहेगी। रिश्ते की बात कहीं और क्यों चलाई। इस बात को लेकर दोनों परिवारों में तनाव हो गया था। परिजनों ने कहा कि दीपक की करतूतों पर उसकी मां जगबीरी ढाल बनकर अड़ी रहती थी।
पीड़ित परिवार को मिली सुरक्षा
घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई। इसके तहत दो होमगार्ड की ड्यूटी परिवार के घर पर लगाई गई है। दर्शिता के पिता का कहना है कि पुलिस जल्द से जल्द जगबीरी को गिरफ्तार करे। क्योंकि वह षड्यंत्रकारी है और बेटे को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
दीपक को पछतावा नहीं
दीपक को पिस्टल सप्लाई करने वाले व्यक्ति की धरपकड़ के लिए सोमवार रात पुलिस ने दबिश दी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ सका। वहीं, आरोपित दीपक को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
हैवानियत की संज्ञा दी
क्षेत्र के दर्जनों व्यापारी व जनप्रतिनिधि मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। अधिवक्ता ओपी शर्मा, आमोद भारद्वाज, अजय कुमार, सुबोध भारद्वाज, संजीव शर्मा, भरत शर्मा, आदेश शर्मा आदि ने कहा कि घर में घुसकर दो सगी बहनों को गोली मारना और खुखरी से गोदना हैवानियत का काम है। ऐसे लोगों की जमानत न हो पाए, इसलिए पुलिस सख्ताई से कार्रवाई करे। उन्होंने दीपक को फांसी की सजा दिलाने की मांग की।