आम व लीची में मिठास व गन्ने के लिए पावर बूस्टर साबित होगी मानसून की बारिश
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार उद्यान और कृषि फसलों के लिए बारिश इस समय पावर बूस्टर का काम करेगी। जुलाई में मानसून की बारिश फसलों के लिए मेरूदंड कही जाती है।
मेरठ, जेएनएन। मानसून की बारिश खरीफ की फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी तो कुछ जगह कीट-पतंगे लगने की संभावना बढ़ेगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार उद्यान और कृषि फसलों के लिए बारिश इस समय पावर बूस्टर का काम करेगी। जुलाई में मानसून की बारिश फसलों के लिए मेरूदंड कही जाती है। पौधों की नर्सरी के लिए यह सर्वाधिक फायदेमंद समय है। धान के लिए बारिश बेहद जरूरी है।
आम व लीची में बढ़ेगी मिठास
जिला उद्यान अधिकारी डा. आरएस राठौर ने बताया कि आम, लीची व अमरूद में एक दो बारिश के बाद ही मिठास बढ़ जाएगी। बारिश की बौछार से फल तेजी से पकते हैं, साथ ही कुछ रोग भी लग सकते हैं। जिनसे बचने के लिए लक्षण दिखाई देने पर उनका समय से उपचार किया जाना जरूरी है।
गन्ने के लिए लंबाई और वजन में होगी वृद्धि
जुलाई की बारिश से गन्ने की वृद्धि होगी। जिला गन्ना अधिकारी डा. दुष्यंत कुमार ने बताया कि बारिश के दौरान या पहले किसानों को खेतों में गन्ने को बांध लेना चाहिए। साथ ही मिट्टी की मेढ चढ़ाकर पानी न रूका, इसके लिए समुचित प्रबंध करें। गन्ने के खेत में 12 घंटे से अधिक पानी रूकना नुकसानदेय हो सकता है।
धान के लिए उपयुक्त समय
मृदा स्वास्थ्य परीक्षण प्रयोगशाला के सहायक निदेशक प्रबोध कुमार का कहना है कि धान व बासमती के लिए इस समय मिट्टी में नमी व गीलापन होना बेहद जरूरी है। जिस कारण मानसून के समय में धान की रोपाई की जाती है। मेरठ को धान के लिए अधिक उत्पादकता वाला क्षेत्र माना जाता है। इसके अलावा पशुओं के चारे के लिए भी यह बारिश फायदेमंद है।