वे हरिभजन में ध्यान लगाते और मोबाइल उड़ा लेते हैं
मेरठ : वे अपना ध्यान हरिभजन में लगाते थे और लुटेरे उसी समय मोबाइल फोन उड़ा ले जाते थे।
मेरठ : वे अपना ध्यान हरिभजन में लगाते थे और लुटेरे उसी समय मोबाइल फोन उड़ा ले जाते थे। पुलिस ने एक ऐसे ही गैंग को पकड़ा है। जो मुख्य रूप से धार्मिक जुलूसों, यात्राओं, मंदिर परिसर व आसपास तथा भंडारे आदि के दौरान भीड़ भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोगों तथा महिलाओं के मोबाइल फोन उड़ाते थे। पुलिस ने गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर 34 मोबाइल फोन व लूट के चार हजार रुपये व तीन चाकू और तमंचा बरामद किए हैं।
पुलिस ने मोबाइल लुटेरा गैंग के अंतरराज्यीय लुटेरों को मुठभेड़ के बाद दिल्ली रोड स्थित विंटेज गार्डन के पास मेवला पुल के नीचे से गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी मानसिंह चौहान ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर गैंग का राजफाश किया। लुटेरे मेरठ के अलावा, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार, देहरादून व गाजियाबाद व दिल्ली आदि स्थानों पर घटना करते थे।
तेज रफ्तार से दौड़ता है घोड़ी
गैंग का लीडर सचिन उर्फ घोड़ी (25) है। बहुत तेज दौड़ने के कारण उसका नाम घोड़ी पड़ा। ब्रहमपुरी निवासी सचिन 15 साल से अपराध कर रहा है। उस पर 15 मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तार सदस्यों में सचिन के साथ मोनू पुत्र नानक निवासी गणेशपुरी, अमन पुत्र जयप्रकाश निवासी सब्जी मंडी वाली गली गौतमबुद्धनगर, राजू उर्फ कुरकने पुत्र डालचंद निवासी रेतवाली गली भगवतपुरा, नीरज पुत्र किरण सिंह निवासी भगवतपुरा व रोहित पुत्र स्व. प्रवीण जैन निवासी माधवपुरम शामिल हैं। नीरज व रोहित लूटे मोबाइलों को शारदा रोड स्थित सांई टेलीकॉम पर खरीदकर फिर बेचते थे।
नशे के लिए करते थे लूट
घोड़ी ने बताया कि शराब व अन्य नशे के लिए वह मोबाइल लूट करते थे। एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने बताया कि गैंग के तीन सदस्य दिनेश उर्फ मेजर पुत्र छुम्मी निवासी लक्ष्मणपुरी, संजय पुत्र श्रवण निवासी लक्ष्मणपुरी एवं प्रमोद उर्फ पिंटे पुत्र शेर सिंह निवासी सब्जी मंडी वाली गली गौतमनगर फरार हैं।