दिमाग और मांसपेशियों में संतुलन जरूरी
स्वास्थ्य का ताना-बाना दिमाग और शरीर की मांसपेशियों से जुड़ा हुआ है।
मेरठ, जेएनएन। स्वास्थ्य का ताना-बाना दिमाग और शरीर की मांसपेशियों से जुड़ा हुआ है। दिमाग की शांति, एकाग्रता और चुस्ती ही शरीर को भी मजबूती प्रदान करती है। सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डा. मोहित शर्मा ने पिछले छह महीने में इस साल बोर्ड परीक्षा देने वाले 10 अलग-अलग धर्म से ताल्लुक रखने वाले बच्चों पर दिमाग और शरीर की मांसपेशियों के संतुलन पर शोध किया है। उनका कहना है कि बच्चे हर दिन यदि पांच मिनट अपने ईश्वर को याद करते हुए गहरी व लंबी सांस लें तो उनके शरीर व दिमाग में होने वाले परिवर्तन स्वयं महसूस होंगे। ये बदलाव बच्चों के दिमाग और शरीर दोनों को अधिक ऊर्जावान बनाते हैं। पांच केमिकल..जो नियंत्रित करते हैं गतिविधियां दिमाग में काम करने वाले पांच प्रमुख केमिकल ऐसे हैं, जो हमारी तमाम गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं। इनमें सेरोटोनिन अच्छी नींद व डिप्रेशन यानी तनाव में काम करता है। डोपामिन केमिकल हमारा व्यवहार, खुशी, गम, शांति और हमें शांत करने व रखने में काम करता है। ग्लूटोनेट हमारी इच्छाओं को व्यक्त करने में मदद करता है। नॉर-एपिनेफ्रीन हमारी चिड़चिड़ाहट और तनाव में काम करता है। कोर्टिसोल केमिकल हमारे तनाव को व्यक्त करता है और इसके कारण व्यवहार में बदलाव आता है। लड़ने-जीतने में करते हैं मदद डा. मोहित शर्मा के अनुसार ये पांच हारमोन हमें लड़ने और जीतने में मदद करते हैं। शोध में देखा गया है कि जब हम अपने ईश्वर को लंबी सांस लेते और छोड़ते हुए याद करते हैं तो इन पांचों हारमोन की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। शरीर में सकारात्मक व प्रेरणात्मक सोच विकसित होती है, जो किसी भी स्थिति में तनाव से निकलने में मदद करती है। बोर्ड परीक्षा में मददगार शारीरिक थकान दूर करने को एक्सरसाइज की जा सकती हैं, लेकिन तनाव को दूर करने में पांच मिनट का यह प्रयास काफी कारगर सिद्ध हो सकता है। बच्चे शारीरिक व मानसिक तनाव कम करने के लिए अक्सर चाय या कॉफी लेते हैं। धीरे-धीरे इनका सेवन बढ़ने से भूख पर असर पड़ता है। इसलिए सभी परिजनों को भी बच्चों के साथ इसे आजमाना चाहिए। इससे एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलेगी।