एमएलसी के लिए मेरठ की दावेदारी से चढ़ा पारा
प्रदेश की दस सीटों पर अपना एमएलसी बनाने के लिए भाजपा होमवर्क में जुटी है। पार्टी ने जहा नए चेहरों पर फोकस किया है वहीं पुराने चेहरों को भी आजमाने का मन बना रही है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में दावेदारों की रेस से राजनीतिक पारा चढ़ रहा है। बुधवार को लखनऊ में पार्टी ने कई नामों पर विचार कर सूची दिल्ली भेजा है।
मेरठ, जेएनएन। प्रदेश की दस सीटों पर अपना एमएलसी बनाने के लिए भाजपा होमवर्क में जुटी है। पार्टी ने जहा नए चेहरों पर फोकस किया है, वहीं पुराने चेहरों को भी आजमाने का मन बना रही है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में दावेदारों की रेस से राजनीतिक पारा चढ़ रहा है। बुधवार को लखनऊ में पार्टी ने कई नामों पर विचार कर सूची दिल्ली भेजा है। 16 जनवरी को पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी। पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीतिक राजधानी में भी एमएलसी को लेकर अटकलों का पारा चढ़ा हुआ है। वर्तमान में मेरठ से डा. सरोजिनी अग्रवाल भाजपा से एमएलसी हैं, जो सपा छोड़कर भगवा खेमे में आई थी। 2022 में विस चुनावों को देखते हुए अब हालात बदले हुए हैं। एमएलसी चुनावों में प्रत्याशियों का नाम तय करने में पार्टी जातीय एवं क्षेत्रीय संतुलन जरूर साधेगी। भाजपा दस सीटों पर एमएलसी बनाने की स्थिति में है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, चौ.वीरेंद्र सिंह व हाल में पार्टी में आए गुजरात कैडर के पूर्व आइएएस एके शर्मा का चयन तय माना जा जा रहा है। बचे छह में दो ब्राह्मण, दो ठाकुर, एक-एक वैश्य, एससी और ओबीसी पर पार्टी दांव लगाएगी। मेरठ के चेहरों की बात करें तो प्रदेश महामंत्री अश्विनी त्यागी रेस में सबसे आगे हैं, लेकिन पूर्व आइएएस एके शर्मा के राजनीति में आने से समीकरण उलझ सकता है। सभापति का कार्यकाल पूरा हो चुका है, जिसके लिए सदन में लंबी पारी का अनुभव रखने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकात बाजपेयी पर पार्टी दांव खेल सकती है। मेरठ के इन दोनों चेहरों में कोई एक ही एमएलसी बनेगा। वैश्य चेहरों में पूर्व विधायक अमित अग्रवाल, ब्रज क्षेत्र के रजनीकात माहेश्वरी और लज्जारानी गर्ग में एक को मौका मिल सकता है। एससी चेहरों में संघ के फूल सिंह को भी पार्टी टिकट दे सकती है। 18 जनवरी को नामाकन होना है, ऐसे में अगले दो दिनों में बैठकों का कई दौर चल सकता है।