Meerut: क्या बेकार हो जाएंगी सुरंग बनाने को खरीदी गई करोड़ों की मशीन, एक मशीन की कीमत है 80 करोड़
देश में पहली बार सेमी हाई स्पीड ट्रेन परियोजना रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के लिए 6.50 मीटर व्यास की सुरंग बनाई गई है। इस चौड़े व्यास की सुरंग बनाने के लिए टनल बोरिंग मशीन भारत में उपलब्ध नहीं थी।
जागरण संवाददाता, मेरठ : देश में पहली बार सेमी हाई स्पीड ट्रेन परियोजना रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के लिए 6.50 मीटर व्यास की सुरंग बनाई गई है। इस चौड़े व्यास की सुरंग बनाने के लिए टनल बोरिंग मशीन भारत में उपलब्ध नहीं थी।
एक मशीन की कीमत है 80 करोड़
अभी तक मेट्रो रेल परियोजना के लिए 5.50 मीटर व्यास की टनल बनाई गई उसी व्यास की सुरंग बनाने की मशीनें देश में उपलब्ध हैं। इसलिए कार्यदाई कंपनी को इन मशीनों को विदेश से खरीदनी पड़ी। इनकी कीमत करोड़ों में है एक मशीन की कीमत लगभग 80 करोड़ रूपये है।
मेरठ में हैं तीन मशीनें
मेरठ शहर में तीन मशीन और दिल्ली में दो मशीनें टनल बनाने में जुटी हुई हैं। अब सवाल यह उठता है कि जून-जुलाई तक जब सुरंगों का काम पूरा हो जाएगा, तब इन मशीनों का क्या होगा। हालांकि यह सवाल अभी भी सवाल के ही गर्त में है। इसका अभी तक संबंधित कंपनी के पास ही कोई उत्तर नहीं है।
ट्रांसपोर्टिंग में खर्च हुए लाखों रुपये
दरअसल इन मशीनों को खरीद कर लाया गया। इन मशीनों को लाने में भी लाखों रुपए खर्च हुए। अब क्योंकि यह नहीं पता है कि संबंधित कंपनी को अब कहीं इतने ही व्यास की सुरंग बनाने का टेंडर मिलेगा या नहीं मिलेगा। फिर वह इन मशीनों को रखेगी या फिर जिस कंपनी से खरीद कर लाई है उससे ही कम दाम पर वापस करेगी। हालांकि यह व्यापार है व्यापार में बहुत सी मशीनों को कार्यदायी कंपनियों को खरीदना पड़ता है। अब भले ही भविष्य में उनका उपयोग हो या ना हो।