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बिजनौर में जिला पंचायत अध्‍यक्ष के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव, सदस्‍यों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

Zila panchayat adhyaksh Bijnor बिजनौर में जिला पंचायत अध्‍यक्ष को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। जिला पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार और नियमानुसार बैठक नहीं बुलाए जाने के विरोध में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव सौंपा गया है। डीएम को सौंपा गया है अविश्‍वास प्रस्‍ताव।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Mon, 08 Aug 2022 11:46 AM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 11:46 AM (IST)
बिजनौर में जिला पंचायत अध्‍यक्ष के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव, सदस्‍यों ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
Zila panchayat adhyaksh Bijnor बिजनौर जिपं में हुए कार्यों में लगाया गया भ्रष्टाचार का आरोप।

बिजनौर, जागरण संवाददाता। Zila panchayat adhyaksh बिजनौर जिला पंचायत की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। जिला पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार और नियमानुसार बैठक नहीं बुलाए जाने के विरोध में 32 जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ डीएम उमेश मिश्रा को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपा है। इस नोटिस के बाद जिला पंचायत में राजनीति चरम पर पहुंच गई है।

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अब तक नहीं बुलाई गई बोर्ड की बैठक

जिला पंचायत सदस्य आयुष चौहान, चंद्रशेखर, मोनिका, रफत हुसैन के नेतृत्व में 37 जिला पंचायत सदस्य सोमवार को सुबह दस बजे कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम को जिला पंचायत अध्यक्ष को दिए नोटिस में कहा, कि जिला पंचायत अधिनियम 1961 तथा संशोधित धारा 61 के प्राविधानों के अनुसार दो माह में कम से कम एक बार बोर्ड की बैठक बुलाई जाए, किंतु बोर्ड के गठन के बाद से अब तक बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई गई।

टेंडर में भी अनियमितता

नोटिस में जिला पंचायत में भ्रष्टाचार पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में आवंटित धनराशि के टेंडर खुले रूप से आमंत्रित नहीं किए गए। इस्टीमेट की दर से दस और बीस पैसे तक टेंडर मंजूर किए जा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में पंचम राज्य वित्त आयोग एवं पंद्रहवें वित्त आयोग के तहत 40 करोड़ की धनराशि के निर्माण कार्यों में टेंडर में पूल कराकर जिला पंचायत को छह करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया गया है।

सदस्‍यों से किया जाता है अभद्र व्‍यवहार

वहीं तालाबों के टेंडरों में 10 और 20 पैसे तक टेंडरों में पूल कराकर काम होता चला आ रहा है। आरोप था, कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने 50 फीसदी कार्य अपने क्षेत्र में कराए, विरोध करने पर जिला पंचायत सदस्यों से अभद्र व्यवहार किया जाता है। इस कारण वह सभी जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास व्यक्त करते है। डीएम ने उन्हें इस प्रस्ताव पर विधिक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। 


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