Meerut Weather Update: मेरठ में सुबह हल्की बूंदाबांदी के बाद दिन में खिली धूप, लेकिन बदल सकता है मौसम
Meerut Weather News Update शनिवार के बाद संडे में भी मेरठ में आसमान में बादल छाए थे और सुबह के समय बूंदाबांदी भी हुई। लेकिन कुछ देररात बूंदाबांदी रुक गई। दिन में तेज धूप भी खिल गई। शाम को मौसम में बदलाव हो सकता है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Weather Update मानसून के अंतिम दौर में अच्छी बरसात हो रही है। सितंबर में बरसात का आंकड़ा 200 मिलीमीटर के पार हो गया है। आठ दिनों से लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शनिवार को भी अच्छी बरसात देखने को मिली थी। वहीं रविवार को सुबह के समय कुछ देर बूंदाबांदी हुई लेकिन फिर यह दौर थम गया। दिन में तेज धूप निकल आई।
मौसम विभाग ने जारी किया था ग्रे अलर्ट
मौसम विभाग ने शनिवार को शाम साढ़े छह बजे मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत और बिजनौर के लिए ग्रे एलर्ट जारी किया। इसके तहत दो घंटे के अंतराल में 15 मिलीमीटर तक बारिश और तेज हवायें चलने का पूर्वानुमान होता है। वहीं हरियाणा के पानीपत, हिसार रोहतक के लिए रेड एलर्ट जारी किया था। दिन में मेरठ में पानी नहीं बरसा। लेकिन शाम चार बजे तेज वर्षा का झोका आया।
28.5 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड
इसके पूर्व शुक्रवार की रात में भी रिमझिम बूंदाबांदी होती रही। शनिवार की सुबह तक 28.5 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड की गई। मेरठ में सितंबर में सामान्य वर्षा 130 मिलीमीटर होती है। सितंबर में सामान्य से अधिक बरसात का ट्रेंड पिछले तीन चार वर्षों में बढ़ा है। इसके पूर्व में वर्षा का आंकड़ा 100 से कम ही रहता था। वर्ष 2021 में भी 274 मिलीमीटर बरसात हुई थी। इस बार अब तक 204 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है।
यह बताया मौसम विज्ञानी ने
वहीं कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम विज्ञानी डा. एन. सुभाष ने बताया कि रविवार को भी बरसात की संभावना बनी हुई है। आमतौर पर मानसून 25 सितंबर तक वापस हो जाता है लेकिन इस बार मानसून अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में वापस होगा।
गन्ना और धान की फसल गिरी
गुरुवार की रात और शनिवार को चार बजे के बाद मूसलाधार बरसात हुई। जिससे धान और गन्ने की फसल को नुकसान हुआ है। पानी भरने से खड़ा हुआ गन्ना और धान दोनों गिर गए हैं। खादर क्षेत्र में कई बीघा क्षेत्र में धान की फसल गिर गई। मुख्तार पुर में अनिल नंगला की आठ बीघे धान की फसल भारी बरसात से खराब हो गई। भाकियू पउप्र संगठन मंत्री राजकुमार करनावल ने बताया कि मांग की तेज बरसात से जो नुकसान हुआ है उसका सर्वे करा कर मुआवजा दिलाया जाए।
खेत से लेकर सड़कों तक जलभराव, अब परेशान कर रही बरसात
बिजनौर : शनिवार पूरी रात कभी हल्की तो कभी तेज बरसात होती रही। रविवार सुबह से ही बरसात का सिलसिला शुरू हो गया है। बरसात से खेत भी लबालब भर गए हैं। अब बारिश जनता और किसानों के लिए भी परेशानी का कारण बन रही है। खेतों में पानी भरने से किसान पशुओं के लिए चारा नहीं ला पाए तो सड़कों पर जलभराव से आम जनता भी परेशान है। नगीना स्थित मौसम वेधशाला के प्रेक्षक सतीश कुमार के अनुसार सोमवार को बरसात के आसार हैं।
वेस्ट यूपी में मौसम का हाल
शामली में शनिवार देर रात्रि और रविवार तड़के वर्षा हुई। उसके बाद सुबह में मौसम खुल गया है। आंशिक धूप भी निकली है तो बादल भी आ रहे हैं। वहीं सहारनपुर में बारिश जारी है। रातभर होती रही बरसात। वर्षा ने गिराया तापमान। मौसम में हल्की ठंड का अहसास। चिलकाना क्षेत्र में रात से हो रही लगातार बारिश एवं तेज हवाओ से समान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है उधर धान व गन्ने की फसल गिर कर खराब हो गयी जिसे लेकर किसान परेशानी ओर बढ गयी है। छुटमलपुर रात से वर्षा का क्रम जारी रहै। रुक रुक कर वर्षा हो रही है। जिससे खेतों में पानी भरा है और किसानों को फसल खराब होने की चिंता सता रही है।
बिजनौर में मकान की छत गिरी
वहीं बिजनौर के नगीना में शनिवार रात्रि से लगातार हो रही तेज बारिश के चलते एक मकान की छत भरभरा कर नीचे गिर गई। घटना के समय मकान स्वामी का पुत्र कमरे में सो रहा था जो बाल-बाल बच गया। नगर के मोहल्ला बिश्नोई सराय में नंदलाल खटीक अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ 80 वर्ष से भी अधिक पुराने एवं काफी जर्जर कड़ी नुमा कच्चे मकान में रहता है।
बेटा पहले की निकल आया था बाहर
क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से रुक रुक कर हो रही वर्षा के चलते शनिवार की रात्रि उसके एक मकान के कमरे की छत भरभरा कर गिर गई। गनीमत रही कि घटना से करीब एक मिनट पहले ही मकान की छत से पानी टपकाने के कारण उसका 21 वर्षीय पुत्र शिवम कमरे से बाहर आया था। मौके पर मकान की हालत काफी जर्जर है, मकान के सभी कमरों की छत बराबर टपक रही है और दीवारों में गहरी दरारें हैं, सभी दीवारें झुकी हुई है तथा मुख्य द्वार भी गिरने की कगार पर है।