घने कोहरे के साथ दिन की शुरुआत, जानिए मेरठ में कैसा रहेगा मौसम का हाल
Meerut Weather News Update मेरठ में मंगलवार को भी सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ ही हुई। इनदिनों आसपास के जिलों भी बेहिसाब ठंड पड़ रही है। तापमान लगातार गिर रहा है। करीब पांच दिनों से कई क्षेत्रों में सूर्यदेव के दर्शन तक नहीं हुए।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में सर्दी अपना पूरा कहर बरपा रही है। लोग घरों में रहने को मजबूर हैं वहीं धूप के भी दर्शन नहीं हो पा रहे हैं। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मेरठ में मौसम मंगलवार से और साफ होने की उम्मीद है। सोमवार को हल्की धूप निकली लेकिन बादलों के चलते तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम रहा और 14 डिग्री से ऊपर नहीं चढ़ पाया। न्यूनतम तापमान सामान्य 5.3 डिग्री रहा। मौसम विज्ञानियों ने 20 जनवरी से मौसम में बदलाव का अंदेशा जताया है। बादल छाएंगे और 21 को बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी जो 22 तक जारी रहेंगी। इस बीच दिन का तापमान बढ़ेगा।
मौसम विभाग के अनुसार
मेरठ जनपद में लगातार तीसरा दिन भी गंभीर कोल्ड डे की श्रेणी में रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री कम रहा। 21 और 22 जनवरी को फिर से बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मानकों के अनुसार अगर अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम हो और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम हो तो कोल्ड डे की स्थिति होती है। वहीं रविवार को दिन में हल्की धूप निकली थी और साथ ही आसमान में बादल छाए रहे। अधिकतम तापमान 13.2 डिग्री रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 5.8 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी कोल्ड डे की स्थिति रहेगी। सुबह के समय कोहरा छाने की भी आशंका है।
हिल स्टेशनों को दी मात
इस बीच भीषण सर्दी से जनपदवासी हलकान हैं। वहीं शनिवार को जनपद प्रदेश में न सिर्फ सबसे ठंडा रहा, बल्कि यहां का अधिकतम तापमान कुल्लू और मनाली जैसे हिल स्टेशनों से भी कम रहा। दिन में गलन के मारे लोगों की हिम्मत घर से बाहर निकलने की नहीं हुई। सूर्य देव सुबह से छाए कुहासे से बाहर नहीं आ सके। कब सुबह हुई और कब शाम घिर आई पता ही नहीं चला। वहीं रविवार को भी सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ ही हुई। सड़कों पर वाहना चलाने में चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
कई सालों में रिकार्ड गिरावट
दिन के तापमान में इतनी गिरावट यदा कदा ही देखी गई है। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम विज्ञानी डा. एन सुभाष ने बताया कि 1980 से अगर आकलन करते हैं तो केवल वर्ष 2011, 2004, 2003 और 1999 में अधिकतम तापमान 11 डिग्री से कम रहा था। डा. सुभाष ने कहा कि आगे भी मौसम की स्थितियां अनुकूल नहीं हैं। 16 से 22 जनवरी के बीच तीन पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। इससे 20 से 22 जनवरी के बीच एनसीआर में बारिश होने की आशंका है।
शामली में सुबह रहा कोहरा, नहीं निकली धूप
शामली : ठंड का सितम बढ़ता ही जा रहा है और शीतलहर हाड़ कंपा रही है। सुबह कोहरे ने भी रफ्तार रोकी। आसमान में बादल छाए हैं और धूप नहीं निकली है। लोग जगह-जगह अलाव ताप रहे हैं। कृषि वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि आलू की फसल को इस मौसम से बेहद नुकसान है। अगेती झुलसा बीमारी काफी बढ़ गई है और पछेती झुलसा का खतरा है। करीब 15 दिन से धूप नहीं निकली है और पूर्व में बारिश भी हुई थी। ऐसा मौसम आलू के लिए नुकसान दायक है। वहीं, कोहरे में दृश्यता कम होने से वाहन चालकों को दिक्कत रही। हालांकि दस बजे तक कोहरा छट चुका था। लेकिन धूप नहीं निकली है।
बिजनौर में शीतलहर का प्रकोप जारी
बिजनौर के चांदपुर में सर्दी का सितम लगातार जारी है। कोहरा के साथ शीत लहर का प्रकोप लोगों को सता रहा है। सोमवार रात हालांकि, मौसम साफ हो गया था, लेकिन मंगलवार सुबह से एक बार फिर जबरदस्त कोहरा छा गया, वहीं शीत लहर चलती रही। जिससे जनजीवन प्रभावित नजर आया। सड़कों पर वाहन लाइट जलाकर रेंगते हुए नज़र आये।