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Meerut Saraf Murder Case: लुटेरों की पहचान को लिया जा रहा बदमाशों का सहारा, आठ जिलों में अपराध करने वालों की लिस्‍ट तैयार

जागृति विहार सेक्टर दो में लूट के बाद सर्राफ अमन जैन की हत्याकांड में पुलिस घूम फिर पर सिफर पर अटकी हुई है। एसटीएफ की मदद लेने के बाद भी बदमाशों की कोई पहचान नहीं हो पाई है।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 01:25 AM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 01:25 AM (IST)
Meerut Saraf Murder Case: लुटेरों की पहचान को लिया जा रहा बदमाशों का सहारा, आठ जिलों में अपराध करने वालों की लिस्‍ट तैयार
Meerut Saraf Murder Case: लुटेरों की पहचान को लिया जा रहा बदमाशों का सहारा, आठ जिलों में अपराध करने वालों की लिस्‍ट तैयार

मेरठ, जेएनएन। जागृति विहार सेक्टर दो में लूट के बाद सर्राफ अमन जैन की हत्याकांड में पुलिस घूम फिर पर सिफर पर अटकी हुई है। एसटीएफ की मदद लेने के बाद भी बदमाशों की कोई पहचान नहीं हो पाई है। अब वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरों की पहचान के लिए पुलिस बदमाशों का सहारा ले रही है। जोन में अपराधिक वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की सूची तैयार कर ली गई। जेल में बंद बदमाशों को भी लूटपाट और हत्या करने वाले लुटेरों की फोटो दिखाई जा रही है। अभी तक पुलिस सिर्फ शक के आधार पर काम कर रही है। पुलिस ने लूट के दौरान हत्या करने वाले 12 गिरोह की सूची निकाली है। उस सूची में भी इन बदमाशों की पड़ताल चल रही है।

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आठ सितंबर को मेडिकल के जागृति विहार में सतीश जैन के बेटे सर्राफ अमन जैन की हत्या के मामले में पुलिस अभी तक एक कदम भी आगे नहीं चल पाई है। शहरभर के सभी रास्तों की सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि बदमाशों ने गढ़ रोड से शहर में प्रवेश किया था। लूटपाट और हत्या के बाद बदमाश हापुड़ रोड की तरफ निकल गए।

पुलिस ने गढ़ रोड और हापुड़ रोड पर लगे कैमरों की सीटीवी फुटेज दोबारा से देखनी शुरू कर दी। साथ ही रविवार को भी दोनों रास्तों से 22 टावरों का बीटीएस उठाया है, जिसमें 22 नंबर संदिग्ध आ रहे है। एसटीएफ और पुलिस की टीम इन नंबरों पर काम कर रही है। साथ ही पुलिस ने जोन के सभी ऐसे बदमाशों की सूची तैयार कराई है, जो लूट के दौरान हत्याकांड को अंजाम देते है। यानि लूट के दौरान छोटी बात पर भी गोली मार देते है। अब इन बदमाशों ने लूट को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश की जा रही है।

एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम संयुक्त रूप से काम कर रही है। सीओ ट्रैफिक को भी टीम में लगा दिया है। दरअसल, सीओ ट्रैफिक एसटीएफ से आए है। उन्होंने दोबारा भी अपना स्थानांतरण एसटीएफ में करा लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि उनकी बदमाशों पर सही पकड़ है। पुलिस की सभी दस टीमों को अलग अलग काम दिया हुआ है। ताकि बदमाशों की पहचान होने के बाद उनकी गिरफ्तारी हो सकें।

गाजियाबाद, मुजफ्फनगर के कई बदमाशों को उठाया

पुलिस ने शक के आधार पर गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर के पांच बदमाशों को उठाया है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। साथ ही कंकरखेड़ा से भी कुछ युवकों को उठाया गया है। पुलिस मान रही है कि वारदात में रेकी करने वाला कंकरखेड़ा और जागृति विहार का रहने वाला है। हालांकि अभी तक रेकी करने वाले तक भी पुलिस की टीम पहुंच नहीं पाई है।

एसटीएफ और पुलिस संयुक्त रूप से काम कर रही है। एसएसपी खुद मानीटिरंग कर रहे है। पुलिस को कुछ क्लू भी मि ले है, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही बदमाशों को पकड़कर पुलिस वारदात का पर्दाफाश करेगी। -राजीव सभरवाल, एडीजी  


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