केवाइसी में चौथे स्थान पर पहुंचा मेरठ, डाटा किया जाएगा ऑनलाइन
जागृति विहार स्थित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय (पीएफ आफिस) केवाइसी (बैंक एवं आधार कार्ड आदि से जोड़कर कर्मचारियों का पूरा ब्योरा ऑनलाइन करने) में देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
मेरठ । जागृति विहार स्थित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय (पीएफ आफिस) केवाइसी (बैंक एवं आधार कार्ड आदि से जोड़कर कर्मचारियों का पूरा ब्योरा ऑनलाइन करने) में देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय मेरठ के तहत नौ जिले आते हैं। इनमें जनपद मेरठ, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर व बिजनौर शामिल हैं। कार्यालय से नौ जिलों के करीब 3.88 लाख कर्मचारी जुडे़ हुए हैं। केवाइसी आदि का कार्य पिछले करीब डेढ़ सालों से चल रहा था, 80.5 फीसद यानी 3.11 लाख कर्मचारियों का केवाइसी अब तक हो गया है। इस कारण क्षेत्रीय कार्यालय देशभर में सोमवार को चौथे स्थान पर आ गया है। अब केवल 76,378 कर्मचारी ही बचे हैं। बाकी बचे कर्मचारियों का भी केवाइसी फरवरी महीने के अंत तक करने का लक्ष्य रखा गया है।
केवाइसी से यह होगा लाभ
कर्मचारियों का ब्यौरा ऑनलाइन होने से बड़ा लाभ होगा। अभी तक ऑफलाइन क्लेम करने के बाद कर्मचारी को करीब 15 दिन का समय उसे लेने में लग जाता है। ऑनलाइन होने पर आवेदन के तीन से चार दिन के अंदर ही कर्मचारी को अपना क्लेम मिल जाएगा। उन्हें इधर-उधर नहीं भटकना पडे़गा। इसलिए इस पर तेजी से कार्य चल रहा है।
प्रमाण पत्र अपडेट न होने पर रुकेगी पेंशन
क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय जागृति विहार के तहत आने वाले नौ जिलों के कुल 76,423 पेंशनर्स हैं। इनमें से 17,738 पेंशनर्स का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट किया जाना है। सर्टिफिकेट अपडेट न होने पर कर्मचारियों की पेंशन रूक जाएगी।
इन्होंने कहा--
केवाइसी में मेरठ चौथे स्थान पर पहुंच गया है। ब्यौरा ऑनलाइन होने से कर्मियों को अपने क्लेम प्राप्त करने में काफी सुविधा हो जाएगी। उन्हें तीन से चार दिन के अंदर ही ऑनलाइन आवेदन करने पर क्लेम मिल जाएगा।
सूरज शर्मा, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त मेरठ