Meerut-Prayagraj Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए खरीदी 2000 हेक्टेयर जमीन, जानिए कितनी धनराशि हुई है जारी
मेरठ से प्रयागराज को सीधे जोड़ने की प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए अपेक्षा से अधिक गति से काम किया जा रहा है। 594 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे लगभग 7500 हेक्टेयर भूमि में बनेगा। इसमें से लगभग 4000 हेक्टेयर भूमि की खरीद की जानी है।
[अनुज शर्मा] मेरठ। मेरठ से प्रयागराज को सीधे जोड़ने की प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए अपेक्षा से अधिक गति से काम किया जा रहा है। 594 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे लगभग 7500 हेक्टेयर भूमि में बनेगा। इसमें से लगभग 4000 हेक्टेयर भूमि की खरीद की जानी है। जमीन खरीद का काम जून तक पूरा करना है। किसानों से लगभग 2000 हेक्टेयर भूमि के बैनामे कराए जा चुके हैं। सरकार 2500 करोड़ से ज्यादा धनराशि इसके लिए जारी कर चुकी है। मेरठ को 195 करोड़ रुपया मिल चुका है। रविवार तक मेरठ में 39 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन की खरीद की जा चुकी थी।
गंगा एक्सप्रेस-वे को प्रदेश सरकार दो साल में बनाकर तैयार करना चाहती है। मेरठ से प्रयागराज तक 12 जनपदों के 519 गांवों से यह एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। लक्ष्य की लगभग आधी भूमि की खरीद कर लेने का दावा अफसरों द्वारा किया जा रहा है।
बजट में प्रस्तावित : प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में गंगा एक्सप्रेस-वे की जमीन खरीद के लिए 7200 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं। दावा है कि मेरठ में अभी नौ गांवों की कुल 200 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था की जानी है। इसमें से 20 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन सरकारी भी है।
गंगा एक्सप्रेस-वे एडीएम प्रशासन व नोडल अधिकारी मदन सिंह गब्र्याल ने कहा- गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि की खरीद का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। सरकार इसके लिए पैसे की कोई कमी नहीं आने दे रही है।
रविवार में भी बैनामा
मेरठ में गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए किसानों से भूमि का बैनामा कराने का कार्य रोजाना जारी है। रविवार को भी अटोला गांव के किसानों से 8000 मीटर से अधिक भूमि का बैनामा कराया गया।