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यूपी बोर्ड मूल्यांकन : दिखा सख्ती का असर... नकल नहीं, पर खाली हैं एग्‍जाम कॉपिया

यूपी बोर्ड की परीक्षा व्यवस्था से नकल माफिया को दूर करने की तमाम सख्ती बोर्ड परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका में नजर आ रही है। मूल्‍न्‍यांकन के दौरान यह पता चला।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 12:30 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 12:30 PM (IST)
यूपी बोर्ड मूल्यांकन : दिखा सख्ती का असर... नकल नहीं, पर खाली हैं एग्‍जाम कॉपिया
यूपी बोर्ड मूल्यांकन : दिखा सख्ती का असर... नकल नहीं, पर खाली हैं एग्‍जाम कॉपिया

मेरठ, जेएनएन। यूपी बोर्ड की परीक्षा व्यवस्था से नकल माफिया को दूर करने की तमाम सख्ती बोर्ड परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका में नजर आ रही है। आमतौर पर किसी भी केंद्र पर जब नकल की या कराई जाती है, तो परीक्षार्थियों की कॉपी में बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर समान मिलते हैं। इलाहाबाद व वाराणसी परिक्षेत्र से आई उत्तर पुस्तिकाओं में इन प्रश्नों के उत्तर में अब तक असमानता और गलत उत्तर दिख रहे हैं। हालांकि कड़ाई का एक असर यह भी देखने को मिल रहा है कि अधिकतर छात्रों की कॉपियों खाली ही मिल रही हैं। यह तकरीबन सभी विषय और 10वीं व 12वीं दोनों की स्थिति है। अंग्रेजी व विज्ञान विषयों की स्थिति अधिक खराब देखने को मिल रही है।

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केंद्र में ही परीक्षकों के ठहरने की व्यवस्था

लॉकडाउन में दूर या अन्य जिलों में रहने वाले शिक्षकों को मूल्यांकन केंद्र तक पहुंचने में अधिक परेशानी हो रही है। ऐसे में परीक्षकों की मांग पर सनातन धर्म इंटर कॉलेज सदर के प्रधानाचार्य सुदीप शर्मा ने दो परीक्षकों के ठहरने की व्यवस्था कर दी है। बिजनौर निवासी सतेंद्र कुमार दिनकर व विकास चौहान नवजीवन इंटर कॉलेज बहसूमा के शिक्षक हैं। शिक्षण के लिए तो वह बिजनौर से स्कूल आसानी से पहुंच जाते थे, लेकिन मूल्यांकन के लिए छावनी पहुंचने में दिक्कत हो रही है। दोनों अब स्कूल में ही रहेंगे और कैंटीन से खाना भी मिलेगा। प्रिंसीपल के अनुसार इस व्यवस्था से दूर से आने वाले और शिक्षक भी यहां रुकने की मांग कर सकते हैं, जिनकी व्यवस्था भी की जाएगी।

27 फीसद कॉपियां मूल्यांकित

पांच केंद्रों पर चल रहे यूपी बोर्ड के मूल्यांकन में गुरुवार तक 27.17 फीसद कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका है। जीआइसी मेरठ में 22.42 फीसद, राम सहाय इंटर कॉलेज में 23.80 फीसद, एसडी इंटर कॉलेज सदर में 30.06 फीसद, सेंट जोजफ इंटर कॉलेज में 29.91 फीसद और केके इंटर कॉलेज के 28.58 फीसद कॉपियां जांची जा चुकी हैं। मेरठ में आवंटित कुल 5,21,526 कॉपियों में से अब तक 1,41,689 कॉपी और गुरुवार को 41,511 कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हुआ।

केंद्रों पर बढऩे लगे परीक्षक

मूल्यांकन के लिए 10 दिनों का समय निर्धारित है। तीसरे दिन केंद्रों पर परीक्षकों की संख्या भी बढ़ी है। कुल नियुक्त 2,788 परीक्षकों में 1,365 परीक्षक मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचे हैं। जीआइसी में 431 में 244, राम सहाय में 597 में 233, एसडी सदर में 511 में 301, सेंट जोजफ में 568 में 267 और केके इंटर कॉलेज में 681 में 311 परीक्षक उपस्थित रहे।


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