Move to Jagran APP

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की प्रशासन को सलाह, सख्ती करें वरना खोल दें शहर Meerut News

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व शहर विधायक लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कोरोना को लेकर कार्रवाई पर जिला प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़ा किया है।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 09:31 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 09:31 AM (IST)
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की प्रशासन को सलाह, सख्ती करें वरना खोल दें शहर Meerut News
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की प्रशासन को सलाह, सख्ती करें वरना खोल दें शहर Meerut News

मेरठ, जेएनएन। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व शहर विधायक लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कोरोना को लेकर कार्रवाई पर जिला प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि प्रशासन संशय की स्थिति में है। लिहाजा न तो कोरोना की कड़ी को तोड़ने के लिए लॉकडाउन और कंटेनमेंट जोन में सख्ती का पालन करा पा रहा है और न ही छूट दे पा रहा है। यही कारण है कि मेरठ में कोरोना से मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।

loksabha election banner

अधिकारियों को भेजा पत्र

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री, जिला प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री समेत सभी अधिकारियों को पत्र भेजकर बताया है कि मेरठ में दस दिन में 94 मामले नए आए हैं और आठ लोगों की मौत हो गई है। इसके पीछे के कारणों की बात करें तो जिला प्रशासन की अनिर्णय की स्थिति है। पूरे मेरठ शहर को कंटेनमेंट जोन में तो शामिल कर रखा है लेकिन यहां सख्ती से लॉकडाउन का पालन नहीं कराया गया। सड़कों पर वाहनों का मेला लगा रहता है। बैंक, पेट्रोल पंप आदि सभी कुछ खुला है। फिर प्रतिबंध क्या रहा। प्रशासन या तो कुछ दिनों के लिए सख्ती के साथ सबकुछ बंद कर देता तो बात बनती। अब संक्रमण का नाम लेकर संक्रमणमुक्त शहर को छूट देने में विलंब किया जा रहा है।

व्यापारियों से मांगे बाजार खोलने के सुझाव

कंटेनमेंट जोन का नए सिरे से निर्धारण करके शहर के बाजारों को खोलने के लिए जिला प्रशासन ने एसीएम और सीओ के माध्यम से व्यापारी नेताओं से प्रस्ताव मांगे हैं। व्यापारियों से पूछा गया है कि बाजार खोलने का तरीका क्या हो।

कैसे भी खोलें, बाजार खोल दें

संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता का कहना है कि लॉकडाउन में छोटा व्यापारी आर्थिक संकट का शिकार हो चुका है। अब वह और समय बिताने की स्थिति में नहीं है। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन जो भी व्यवस्था तैयार करे, लेकिन बाजारों को खोलने की अनुमति दे। भले ही सरधना और मवाना की तरह दिनवार ट्रेड खोलने की अनुमति दें। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.