मेरठ: SDM से बोले किसान- नहीं देंगे एक इंच भूमि पर कब्जा, NH-119 पर मुआवजे को लेकर खड़ा हुआ विवाद
किसानों के बीच पहुंचे एसडीएम से वार्ता के बाद किसानों ने दो टूक जवाब दिया कि जब तक उन्हें नियमानुसार मुआवजा नहीं मिलेगा वह एक इंच भूमि का टुकड़ा एनएचएआइ को नहीं देंगे। जिसके बाद मुआवजे को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है
मेरठ, जेएनएन। मेरठ-पौड़ी हाइवे एनएच-119 के किसानों के बीच बुधवार को एसडीएम सदर संदीप भागिया वार्ता करने पहुंचे। एसडीएम ने किसानों से जमीन पर कब्जा देने का आग्रह किया। लगभग 35 मिनट की वार्ता के बाद किसानों ने दो टूक जवाब दिया कि जब तक उन्हें नियमानुसार मुआवजा नहीं मिलेगा, वह एक इंच भूमि का टुकड़ा एनएचएआइ को नहीं देंगे। जिसके बाद मुआवजे को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है, हालाकि एसडीएम ने आश्वासन दिया कि वह पूरे मामले को डीएम के. बालाजी के समक्ष स्वयं प्रस्तुत करेंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे। करीब आधे घंटे की वार्ता के बाद एसडीएम सदर किसानों के बीच से लौट गए।
बीते मंगलवार को एनएचएआइ के अधिकारी गंगानगर में एनएच-119 (मेरठ पौड़ी राजमार्ग) पर जेसीबी व दल-बल के साथ कब्जा लेने गए थे। लेकिन किसानों के विरोध के चलते उन्हें बैरंग लौटना पड़ा था। जिसके बाद बुधवार को एसडीएम सदर मौके पर किसानों के बुलावे पर उनके बीच पहुंचे थे।
35 मिनट तक एसडीएम ने किसानों को समझाया
किसानों का नेतृत्व कर रहे आशीष चौधरी, रविंद्र सिंह, डा. केपी सिंह, सत्यपाल सिंह, प्रदीप सिंह, विनोद मोघा, ऋषिपाल सिंह व ग्राम प्रधान रजपुरा विकास ने एसडीएम सदर संदीप भागिया से कहा कि जो आपत्तियां उन्होंने एडीएम एलए के यहां दायर की थी। उन सभी को बिना किसान को सूचित किए ही निस्तारण कर दिया गया। किसानों ने मांग रखी कि सभी आपत्तियों का भूमि अर्जन अधिनियम 2013 के तहत किसानों की मौजूदगी में ही निस्तारण किया जाए। इसके बिना वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इस दौरान एसडीएम लगभग 35 मिनट तक किसानों के बीच रहे। एसडीएम ने अंत में किसानों को यह कहते हुए भरोसा दिलाया कि वह आज शाम को डीएम से समय लेकर उनके समक्ष पूरे मामले को रखेंगे और किसानों को न्याय दिलाएंगे।