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लीजिए, मेरठ नगर निगम ने भी तैयार कर ली महंगाई की डोज, हर तरह के लाइसेंस शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव

Meerut Nagar Nigam मेरठ नगर निगम ने हर प्रकार के लाइसेंस शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव तैयार किया है। सात जुलाई को निगम की कार्यकारिणी की बैठक में रखा जाएगा। मेरठ शहर के पशु क्लीनिक स्कूली बसें ब्यूटी पार्लर भी आएंगे दायरे में।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 09:15 AM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 11:07 AM (IST)
लीजिए, मेरठ नगर निगम ने भी तैयार कर ली महंगाई की डोज, हर तरह के लाइसेंस शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव
Meerut Nagar Nigam मेरठ नगर निगम जल्‍द ही लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी करने का जा रहा है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Nagar Nigam मेरठ नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक सात जुलाई को प्रस्तावित है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने का काम शुरू हो गया है। नगर निगम ने इस बार हर तरह के लाइसेंस शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव तैयार किया है। करीब 49 प्रकार के मदों में लाइसेंस शुल्क निर्धारित है। जिनकी दरें बढ़ाई जाएंगी। जबकि कार्यकारिणी में कुछ नए मद भी प्रस्तावित किए जाएंगे। जिनका लाइसेंस शुल्क निर्धारित किया गया है।

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निगम की आय में बढ़ोतरी

अगर यह प्रस्ताव कार्यकारिणी में पास हुए तो निगम अफसरों का दावा है कि लाइसेंस शुल्क से निगम की आय में डेढ़ गुना वृद्धि होगी। अभी सभी प्रकार के लाइसेंस शुल्क से निगम की वार्षिक आय लगभग 62 लाख रुपये है, जो दरें बढ़ने पर बढ़कर 1.25 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार नए मदों में पशु क्लीनिक, ब्यूटी पार्लर, सैलून, दूध बिक्री की दुकाने समेत कई और प्रतिष्ठानों को लाइसेंस शुल्क के दायरे में लाया जा सकता है।

मांस की दुकानों पर दोगुना होगा लाइसेंस शुल्क

मद का नाम वर्तमान दरें प्रस्तावित दरें

भैंस-भैंसा मांस की दुकान 300 रुपये 1000 रुपये

बकरा मांस की दुकान 500 रुपये 1000 रुपये

सुअर मांस की दुकान 500 रुपये 1000 रुपये

कुक्कुट मांस की दुकान 500 रुपये 1000 रुपये

मछ़ली बिक्री की दुकान अभी नहीं है 1000 रुपये

दूध बिक्री की दुकान पर शुल्‍क

दूध बिक्री की दुकान पर भी लगेगा नगर निगम शहर में संचालित दूध बिक्री की दुकानों का भी लाइसेंस शुल्क निर्धारित करने जा रहा है। हर गली-मोहल्ले में दूध बिक्री की दुकानें चल रही हैं।

पशु क्लीनिक पर भी कसेगा शिकंजा

नगर निगम शहर में संचालित डाग क्लीनिक का लाइसेंस शुल्क 5000 रुपये प्रति वर्ष, डाग क्लीनिक मय हास्पिटल का लाइसेंस शुल्क 10,000 रुपये प्रति वर्ष और पेटशाप का लाइसेंस शुल्क 3000 रुपये प्रति वर्ष निर्धारित करने जा रहा है। इसके अलावा डाग ब्रीडिंग सेंटर के लिए वार्षिक लाइसेंस शुल्क 15000 रुपये प्रति वर्ष और किसी भी डाग प्रदर्शनी के लिए 10,000 रुपये लाइसेंस शुल्क निर्धारित किया जा रहा है।

पालतू कुत्तों का वार्षित रजिस्ट्रेशन शुल्क भी तय

बड़े विदेशी नस्ल व क्रास ब्रीड के कुत्तों का 500 रुपये प्रति वर्ष, छोटे विदेशी नस्ल व क्रास ब्रीड के कुत्तों का 500 रुपये प्रति वर्ष और देशी नस्ल के कुत्तों व बिल्ली का 100 रुपये प्रति वर्ष रजिस्ट्रेशन शुल्क निर्धारण किया गया है।

स्कूली बसें भी आएंगे इसके दायरे में

नगर निगम प्राइवेट स्कूलों की बसों का भी वार्षिक लाइसेंस शुल्क निर्धारित करने जा रहा है। यह शुल्क 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक हो सकता है। पहले से मिनी बसों का लाइसेंस शुल्क का प्रविधान है, लेकिन अभी तक इस मद में कभी वसूली नहीं हुई है। अब इसे सुनिश्चित किया जाएगा।

इनका कहना है

लंबे समय से लाइसेंस शुल्क की दरें बढ़ाई नहीं गई हैं। जिसे देखते वृद्धि का प्रस्ताव सात जुलाई को कार्यकारिणी की बैठक में रखा जाएगा। इसके बाद बोर्ड बैठक में जाएगा। सदस्यों से सहमति दी तो लाइसेंस शुल्क की बढ़ी दरें लागू की जाएंगी। कई नए मद भी बनाए जाएंगे।

- ब्रजपाल सिंह, सहायक नगर आयुक्त।  


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