meerut lockdown update: कोरोना होगा ‘लॉक’ तब ‘अप-डाउन’ कराएगा एनएच-235 Meerut News
मेरठ-बुलंदशहर एनएच-235 पर काम इनदिनों पूरी से ठप है जब कोरोना से स्थिति नियंत्रित होगी तभी निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति मिलेगी।
मेरठ, प्रमोद त्यागी। मेरठ- बुलंदशहर एनएच- 235 पर इस माह फर्राटा भरने का सपना कोरोना के दस्तक के साथ ही टूट गया है। अब जब कोरोना से स्थिति नियंत्रित होगी तभी निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति मिलेगी। अगर यह आफत न आती तो इसी माह हाईवे शुरू कर दिया जाता क्योंकि अब सिर्फ एक ओवरब्रिज व रेलवे ओवरब्रिज का ही कार्य अधूरा है। कैली में ओवरब्रिज बन रहा है और हापुड़ में रेलवे ब्रिज।
कोरोना ने ठप किया काम
एनएच 235 पर मेरठ- बुलंदशहर का निर्माण कार्य 2015 में आरंभ हुआ था। लेकिन, मुआवजे के प्रकरण की वजह से काम लंबे समय तक रुका रहा। हालांकि, फिर 2020 जनवरी में हाईवे शुरू कर देने का दावा किया, लेकिन तब भी नहीं हो पाया। फिर लक्ष्य मार्च रखा गया। मगर अब कोरोना ने काम ठप करा दिया। कैली ओवरब्रिज के ऊपर से जा रही विद्युत लाइन को हटाने की तैयारी की जा रही थी। वही, हापुड़ में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा था। लेकिन कोरोना के कारण लॉकडाउन होने से निर्माण कार्य बंद कर दिया गया। जिस कारण मार्च में फर्राटा भरने के सपने देख रहे लोगों के सपनों पर ब्रेक लग गया। वहीं, गुलावठी बाईपास का निर्माण कार्य भी अधर में लटका हुआ है। कोरोना के कारण निर्माण कंपनी के अधिकारियों के दावों पर पानी फिर गया है।
निर्माण में ऐसे आती रहीं चुनौतियां
2015 में निर्माण एपको कंपनी ने आरंभ किया था। मेरठ से लेकर बुलंदशहर तक किसानों ने जगह जगह मुआवजे की मांग को लेकर निर्माण कार्य रोका था। उसके बाद बरसात ने काम प्रभावित किया। कांवड़ यात्र के दौरान भी निर्माण रुका रहा। उसके बाद एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए निर्माण कार्य बंद कर दिया गया था। अब कोरोना के कारण निर्माण कार्य रोक दिया गया है।
मजदूर प्लांट में मौजूद, विभाग कर रहा संघर्ष
कार्यदायी कंपनी एपको के हॉट मिक्स प्लांट परिसर में करीब डेढ़ सौ मजदूर मौजूद हैं। उनके खाने- पीने के लिए कंपनी की ओर से इंतजाम किया जा रहा है। प्रबंधक एसके मिश्र ने बताया कि कोरोना के कारण उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। सभी मजदूरों को अलग- अलग दूरी बनाकर रखा गया है।
इनका कहना है
समय- समय पर आई समस्याओं के कारण कार्य बाधित होता रहा। वर्तमान में लॉकडाउन होने से निर्माण कार्य रोक दिया गया है। अन्यथा मार्च के अंत तक हापुड़ तक वाहन फर्राटा भरने लगते।
- एसके मिश्र, प्रबंधक निर्माण कंपनी एपको