Meerut LockDown Day 12: नए अवसरों के लिए भी हैं लॉकडाउन के 21 दिन Meerut News
उद्यमी राकेश कोहली का कहना है कि बाजार संभलने में सितंबर बीत जाएगा। साथ ही सरकार को इससे नगदी भी बढ़ानी पड़ सकती है। जिससे लोगों के अंदर निवेश का डर भी रहेगा।
मेरठ, जेएनएन। खेल उद्यमी राकेश कोहली लॉकडाउन में घर पर अपनों के संग खूब वक्त बिता रहे हैं। वह कहते हैं कि अब वक्त आत्ममंथन का है। सोचें कि क्या हम सही दौड़ में हैं या भटक गए थे। प्रकृति का कोप संकेत देता है कि जीवनशैली बदलनी होगी। यह 21 दिन का लॉकडाउन सभी के लिए एक अवसर भी है। पेश है स्टैग इंटरनेशनल के सीएमडी राकेश कोहली से खास बातचीत
लॉकडाउन ने भागती दुनिया के पैरों में जंजीरें जकड़ दी हैं। तकरीबन सभी महाद्वीपों में सन्नाटा है। आखिर उद्योगों का अब क्या होगा?
-साल का दो तिहाही हिस्सा संभलने में खत्म हो जाएगा। पहली तिमाही में 15, दूसरी में 50 एवं तीसरी में 90 फीसद तक रफ्तार बन पाएगी। इंडोर खेलकूद के उपकरणों एवं जिम के सामानों की खपत बढ़ी है। लोगों ने घर रहते हुए खूब एक्सरसाइज की। अन्य उद्योगों को भारी झटका लगा है। अब ग्लोबल इकोनॉमी है। यूरोप एवं यूएसए की सेहत ठीक रहेगी तो भारत का भी बाजार खिलेगा। कोरोना की वजह से दुनिया का चीन आना-जाना बंद हुआ तो भारत के लिए संभावनाएं बनी थीं, किंतु अब यहां सब बंद पड़ गया।
आपकी नजर में औद्योगिक रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार को क्या करना होगा। वर्तमान परिस्थिति में स्थिति कितनी सुधर पाएगी?
-यह आसान नहीं होगा। आरबीआइ ने बैंकों को उद्योगों के लिए आसान ऋण उपलब्ध कराने की बात कही जरूर है, किंतु तीन माह बाद भुगतान का बोझ कंपनियों पर अचानक बढ़ जाएगा। सिर्फ तीन माह की छूट है और ब्याज समेत भुगतान करना होगा। इंडस्ट्री को उबारने के लिए बाजार में पूंजी का प्रवाह बढ़ाना होगा। निर्माण सेक्टर को मजबूत करना सर्वाधिक जरूरी है। सरकार को करदाताओं का पिछले पांच साल का टैक्स वापस कर उन्हें नकदी उपलब्ध कराना चाहिए। कनाडा की सरकार ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं। एमएसएमई सेक्टर को प्रमोट करना होगा, अन्यथा बेरोजगारी का भी बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।
इस लॉकडाउन का सामाजिक व दैनिक जीवन पर क्या असर पड़ेगा?
-निश्चित रूप से असर पड़ेगा। यह घटना ही अकल्पनीय है। ऐसे में दिलोदिमाग पर असर बना रहेगा। लोगों में सफाई खासकर हाथ साफ रखने की प्रवृत्ति बढ़ेगी। इससे कई बीमारियों से निजात मिलेगी। व्यक्ति प्रतिरोधक क्षमता के प्रति सतर्क होगा। आत्ममंथन की प्रवृत्ति बढ़ेगी। व्यक्तित्व में ठहराव भी आएगा। हम प्रकृति से छेड़छाड़ में भी डरेंगे।
खाली वक्त में आपका रूटीन क्या है?
-मैं घर में खूब जिम कर रहा हूं। योग और ध्यान पर ज्यादा फोकस कर पा रहा हूं। परिवार के साथ इतना लंबा वक्त गुजारने का अपना आनंद है। पोती के साथ खूब खेलता हूं। बच्चों के साथ कैरम खेलते हुए काफी वक्त बीत रहा है। घर के बाहर लॉन में बैठने का सुख मिल रहा है। कंपनी के सभी कर्मचारियों का एक ग्रुप बनाकर उन्हें इस 21 दिन से प्रेरणा लेने की बात कह रहा हूं। सभी से अनुरोध है कि वह लॉकडाउन का पालन करते हुए सरकार का साथ दें। सरकार बेहतर कर रही है।