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Meerut Crime News: मेरठ से सोना लेकर भागा कारीगर पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार, दूसरा अभी फरार

Meerut Crime News मेरठ में ज्वैलरी शोरूम के कारीगर सोना और जेवर लेकर फरार हो गए। उनकी पुलिस ने तलाश शुरू की। कोलकाता पुलिस ने मुख्य आरोपित को पकड़ लिया है लेकिन दूसरा अभी हाथ नहीं आया है।

By Jagran NewsEdited By: Parveen VashishtaPublished: Fri, 30 Sep 2022 11:59 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 11:59 PM (IST)
Meerut Crime News: मेरठ से सोना लेकर भागा कारीगर पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार, दूसरा अभी फरार
मेरठ से सोना लेकर भागा कारीगर पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार

मेरठ, जागरण संवाददाता। सराफा बाजार से व्यापारी का सोना लेकर भागे दो कारीगरों में से एक को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा हाथ नहीं आया। मेरठ पुलिस भी शुक्रवार रात पहुंच गई थी। जल्द ही उसे बी वारंट पर वापस लाया जाएगा। वहीं, पुलिस के हाथ माल नहीं लगा है। 

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यह है मामला 

देहली गेट थाना क्षेत्र के नील गली में शफीकुल हल्दर (मूल निवासी गांव मालिया जिला हुगली कोलकाता) सात साल से यहां रहते हैं। भूतल पर उनका हल्दर नाम से शोरूम है, जबकि प्रथम तल पर बंगाल के ही कई कारीगर काम करते और रहते हैं। दूसरे तल पर वह स्वयं रहते हैं। डेढ़ साल पहले चिरंजीत और देबाशीष निवासी डुबरीभेरी किरचा हुगली बंगाल को काम पर रखा था। शफीकुल ने बताया कि बुधवार को तैयार सोना लेकर दुकानदारों को देने गए थे। इसके अलावा कुछ दुकानदारों से जेवर लाने भी थे। देर शाम तक नहीं लौटे तो तलाश किया, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इसके बाद गुरुवार देर शाम पुलिस को सूचना दी थी। 

मुकदमा दर्ज कर शुरू की आरोपितों की तलाश

मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू हो गई थी। साथ ही बंगाल पुलिस से भी संपर्क कर लिया था। शुक्रवार को देहली गेट थाने की एक टीम बंगाल के लिए रवाना हो गई थी। हालांकि उनके पहुंचने से पहले ही बंगाल पुलिस ने चिरंजीत को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि देबाशीष हाथ नहीं आया। पुलिस को चिरंजीत के पास से कोई माल नहीं मिला। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने बताया कि चिरंजीत को गिरफ्तार कर लिया है। मेरठ पुलिस भी पहुंच गई थी। जल्द ही चिरंजीत को बी वारंट पर मेरठ लाया जाएगा। फरार आरोपित की तलाश की जा रही है।

पुलिस ने कर्मचारियों से की पूछताछ

आरोपितों के सोना लेकर फरार होने के बाद पुलिस ने उनके यहां काम करने वाले अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि चिरंजीत और देबाशीष उनके रिश्तेदार ही थे। वह साथ ही रहते थे। सुबह वह सोना लेकर गए थे। शाम को सामान्य बातचीत की थी, लेकिन रात तक नहीं आए। फिर उनका फोन बंद हो गया था। पुलिस को कर्मचारियों ने अन्य रिश्तेदारों के नाम और नंबर भी उपलब्ध करा दिए थे।

रकम की सही जानकारी नहीं दी

गुरुवार को जब मामला सामने आया था तो छह से सात करोड़ रुपये के जेवर और नकदी ले जाने की बात कही जा रही थी। हालांकि तहरीर में पीड़ित ने बताया कि उसने कुछ सोना कारीगरों को दिया था और कुछ उनको बाजार से लाना था। उसी को लेकर वह भाग गए। पुलिस ने भी जब वजन और कीमत के बारे में लिखित में देने के लिए कहा था तो व्यापारी ने बाद में बताने के लिए कहा। हालांकि पूछताछ के दौरान व्यापारी ने पुलिस को बताया कि करीब सवा किलो सोना लेकर कारीगर भागे हैं, जिसकी कीमत 55 से 60 लाख रुपये के बीच है। इस संबंध में जब शफीकुल से बात की तो उन्होंने सोने के वजन और रुपये के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया। 


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