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मेरठ की बुढ़ाना और किनौनी चीनी मिल के शीरे से चलेंगी तमिलनाडु की मिलें

मेरठ (दीपक भारद्वाज)। तमिलनाडु में बारिश न होने की वजह से गन्ने की फसल को झटका लगा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Feb 2018 09:46 AM (IST)Updated: Thu, 22 Feb 2018 09:46 AM (IST)
मेरठ की बुढ़ाना और किनौनी चीनी मिल के शीरे से चलेंगी तमिलनाडु की मिलें
मेरठ की बुढ़ाना और किनौनी चीनी मिल के शीरे से चलेंगी तमिलनाडु की मिलें

मेरठ (दीपक भारद्वाज)। तमिलनाडु में बारिश न होने की वजह से गन्ने की फसल को झटका लगा है। इसका खामियाजा वहां मौजूद मिलों को उठाना पड़ रहा है। इसकी भरपाई करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों से पहली बार शीरे को तमिलनाडु भेजा जा रहा है। जिसकी शुरुआत मंगलवार से की गई।

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बजाज ¨हदुस्तान लिमिटेड की बुढ़ाना और किनौनी चीनी मिलों से निकले शीरे को ट्रकों के माध्यम से मेरठ स्थित सिटी स्टेशन की मंडी में भेजा गया है। बुधवार शाम को शीरा 50 मालगाड़ी टैंकरों में डालकर तमिलनाडु रवाना कर दिया गया। तमिलनाडु से धारानी शुगर एंड कैमिकल लिमिटेड की सीनियर टीम भी मेरठ में ही मौजूद रही।

शीरे से बनाई जाएगी स्प्रिट : वैसे तो शीरे से शराब, दवाईयां आदि चीजें बनाई जाती हैं, लेकिन टीम के अनुसार इस शीरे से स्प्रिट बनाई जाएगी। तमिलनाडु के शंकरपुरम में स्थित धारानी शुगर एंड कैमिकल लिमिटेड तमिलनाडु की पहली शुगर मिल है। यहां चीनी के अलावा अन्य उत्पादों को भी बनाया जाता है।

रात-दिन काम कर भरा गया शीरा : सिटी स्टेशन पर स्थित मंडी में मशीनों के द्वारा शीरे को टैंकरों में लोड करने का कार्य तेजी से किया गया। मंडी स्थल पर टेंट लगाकर दिन-रात काम हुआ। इस कार्य को करने में सौ से अधिक मजदूर लगाए गए थे। सबसे पहले ट्रक के टैंकरों से शीरे को एक बड़े बॉक्स में डाला गया। इसके बाद मोटर चलाकर मोटे पाइप से मालगाड़ी टैंकरों में लोड किया गया।

रेलवे ने दिए पेट्रोल-डीजल के टैंकर : जिन मालगाड़ी टैंकरों में शीरे को लोड किया गया, वह शीरे के लिए ठीक नहीं हैं। शीरे को इसमें डालने से पहले मालगाड़ी के टैंकरों को साफ करना पड़ा। आमतौर पर मालगाड़ी टैंकर में पेट्रोल, डीजल, केरोसिन भेजा जाता है। यह पहली बार है कि किसी राज्य में शीरे को दूसरे राज्य में भेजा जा रहा है।

ये है कुल शीरे की मात्रा

कुल शीरा

23 हजार 500 कुंतल

कहां जाएगा

शंकरपुरम, तमिलनाडु

कुल मालगाड़ी टैंकर क्षमता

50 टैंकर

एक टैंकर की क्षमता

70 हजार लीटर

धारानी शुगर एंड कैमिकल लिमिटेड के मैनेजर शंकर राज ने बताया कि बारिश न होने की वजह से सूखा पड़ गया है। इससें वहां की चीनी मिलों में उत्पादन कम हो गया है। इस वजह से शीरे की कमी आ गई है। दोनों राज्यों की आपसी सहमति के आधार पर इसे यहां से भेजा जा रहा है। वहीं मेरठ सिटी स्टेशन के अधीक्षक आरपी शर्मा का कहना है कि 30 सालों में तो कभी ट्रेन से इतनी मात्रा में शीरा किसी प्रदेश में नहीं भेजा गया है। अच्छा फैसला है, इसके लोड होने से काफी लोगों को काम मिल रहा है।


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