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Airport In Meerut: एएआइ के प्लानिंग सेक्शन में पहुंचा मेरठ एयरपोर्ट का प्लान, बस अब है एप्रूवल का इंतजार

परतापुर हवाई पट्टी का विस्तार कर एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने का सपना एक बार फिर से साकार होता दिखाई देने लगा है। जानिए कैसी चल रही है तैयारियां

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 01:50 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 07:10 PM (IST)
Airport In Meerut: एएआइ के प्लानिंग सेक्शन में पहुंचा मेरठ एयरपोर्ट का प्लान, बस अब है एप्रूवल का इंतजार
Airport In Meerut: एएआइ के प्लानिंग सेक्शन में पहुंचा मेरठ एयरपोर्ट का प्लान, बस अब है एप्रूवल का इंतजार

मेरठ, जेएनएन। Airport In Meerut परतापुर हवाई पट्टी का विस्तार कर एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने का सपना एक बार फिर से साकार होता दिखाई देने लगा है। एएआइ से प्राप्त प्लान को प्रदेश सरकार ने मौके पर उपलब्ध खसरों पर सुपर इंपोज कर 20 से 72 सीटर छोटे विमान चलाने का प्लान तैयार किया और लॉकडाउन के दौरान ही उसे एएआइ को भेज दिया। एएआइ ने उसकी जांच की जिम्मेदारी प्लानिंग सेक्शन को सौंपी है। प्लानिंग सेक्शन प्लान एप्रूव कर दे तो फिर मेरठ से जहाज उड़ाने की योजना का काम आगे बढ़ सकेगा।

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छोटे विमान की मांग लंबे समय से

मौजूदा हवाई पट्टी का विस्तार कर यहां से छोटे विमान उड़ाने की मांग भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी लंबे समय से कर रहे हैं। साथ ही वे इसके लिए होमवर्क भी लगातार कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने बताया कि मेरठ के आसपास हिंडन, जेवर, सहारनपुर, मुरादाबाद आदि स्थानों पर हवाई अड्डे या तो बन चुके हैं अथवा बनाए जा रहे हैं। इन हालात में मेरठ से शहरों के बीच छोटे विमान उड़ाना ही उचित रहेगा। उन्होंने बताया कि मेरठ के एयरपोर्ट के लिए तीन बार प्लान बनाया जा चुका है। कभी जमीन तो कभी दूसरी कोई समस्या आ जाती है। इस बार एएआइ से मिले प्लान को प्रदेश सरकार ने मेरठ में मौके पर उपलब्ध जमीन के खसरों पर सुपर इंपोज कराया।

रिपोर्ट लॉकडाउन से पहले ही लखनऊ भेजी

इस अध्ययन से जानकारी जुटाई गई कि सरकार के पास कितनी जमीन उपलब्ध है। कितनी जमीन वन विभाग, एमडीए व अन्य सरकारी विभागों की है तथा किसानों की कितनी जमीन लेने की जरूरत होगी। इसकी रिपोर्ट लॉकडाउन से पहले ही लखनऊ भेज दी गई थी। जिसपर सरकार ने लॉकडाउन के दौरान भी काम किया। इस अवधि में निदेशक उड्डयन सुरेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी दो बार यहां पहुंचे। उन्होंन मौके पर भूमि की उपलब्धता को देखा। इस निरीक्षण के बाद नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा मेरठ के लिए उपयुक्त प्लान तैयार किया गया।

एएआइ को आठ दिन पहले भेजा प्लान

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष की मानें तो प्रदेश सरकार ने नए प्लान को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 8 दिन पहले प्राप्त कराया है। यह 20 से 72 सीटर विमान उड़ाने के लिए है। इस प्लान को एएआइ ने प्लानिंग सेक्शन में जांच के लिए भेज दिया है।

120 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी होगी 200 मीटर

जानकारों की माने तो फिलहाल मौके पर हवाई पट्टी 120 मीटर चौड़ी है। 72 सीटर विमान उड़ाने के लिए इसे 200 मीटर चौड़ा और 2600 मीटर लंबा बनाना होगा। मौके पर एएआइ, एमडीए, वन विभाग समेत उपलब्ध सरकारी जमीन से यह काम पूरा हो सकता है। इक्का दुक्का किसानों की जमीन ही लेने की जरूरत पड़ सकती है।

प्लानिंग से स्वीकृति मिले तो देखें जमीन का हिसाब

मेरठ के लिए यह बड़ी बात है। इस बार मेरठ की जरूरत और भूमि की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए प्लान तैयार किया गया है। एएआइ का प्लानिंग सेक्शन यदि बिना आपत्ति लगाए इसे स्वीकृति दे दे तो उसके बाद जमीन का हिसाब लगाया जाएगा।

- लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा 


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