बिना मास्क के बाहर न निकलें, मेरठ में AQI पहुंचा 376
मेरठ में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार चिंताजनक बना हुआ है। जयभीम नगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 376 तक पहुँच गया है, जिसका मुख्य कारण गढ़ रोड पर चल रहा निर्माण कार्य है। पीएम 10 का स्तर लगातार 16 घंटे तक गंभीर श्रेणी में बना रहा, जिससे शहरवासियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास अभी तक अपर्याप्त साबित हुए हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। जनपद में हवा की गुणवत्ता लगातार बदतर बनी हुई है। जयभीम नगर में दोपहर एक बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 376 आंका गया। यहां पर गढ़ रोड पर निर्माण कार्य चलने के कारण धूल ही धूल चारो ओर छायी हुई है। गुरुवार को रात आठ बजे से शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक पीएम 10 की मात्रा सीवियर अर्थात अत्यंत गंभीर स्तर पर बनी रही।
पूरे 16 घंटे तक पीएम 10 की मात्रा 400 के ऊपर और उच्चतम 462माइक्रोग्राम तक आंकी गई। इतनी प्रदूषित वायु स्वस्थ मनुष्यों के लिए भी घातक है। अति सूक्ष्म प्रदूषित कण ही नहीं कार्बन मोनो आक्साइड और नाइट्रोजन डाई आक्साइड जैसी जहरीली गैसें भी लोगों को बीमार बना रही हैं। यह गैसें वाहनों और कूड़ा जलने से वातावरण में फैल रही हैं।
पांच नवंबर से लगातार हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है। प्रदूषण नियंत्रित करने के उपाय ना काफी साबित हो रहे हैं और शहर वासी प्रदूषित वायु में सांस लेने को मजबूर हैं। रात आठ बजते ही हवा की सेहत बिगड़ रही है। पल्लवपुरम में शुक्रवार की रात नौ पीएम 2.5 की मात्रा 418, पीएम 10 की मात्रा 437 जयभीम नगर में यही मात्रा क्रमश: 419 और 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर आंकी गई।
इतनी विषाक्त वायु में बिना मास्क के नहीं निकलना चाहिए। दोपहर 12 बजे तक हवा की गुणवत्ता सांस लेने लायक नहीं है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।