Coronavirus: कोरोना की जांच को तैयार है मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब, प्रमुख सचिव देंगे गाइडलाइन Meerut News
चीन में संक्रमित जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है। शुक्रवार को वीडियोकांफ्रेंसिंग में शासन स्वास्थ्य विभाग को नई गाइडलाइन जारी कर सकता है।
मेरठ,जेएनएन। चीन में संक्रमित जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है। शुक्रवार को वीडियोकांफ्रेंसिंग में शासन स्वास्थ्य विभाग को नई गाइडलाइन जारी कर सकता है। वहीं, मेडिकल कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी लैब कोरोना वायरस की जांच के लिए तैयार है। रियल टाइम पीसीआर तकनीक से वायरस को एम्पलीफाई कर उसका आरएनए निकालते हैं। लैब में उपकरण हैं, सिर्फ किट की जरूरत पड़ेगी।
यह है लक्षण
चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस संक्रमित हुआ है, जिसमें हूबहू स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण उभरते हैं। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि शासन में चर्चा जरूर है, लेकिन गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। शुक्रवार को प्रमुख सचिव वीसी में इसकी चर्चा कर सकते हैं। कोरोना वायरस के छह स्ट्रेन की जानकारी है, किंतु ये सातवां स्ट्रेन पहली बार मिला है। इसमें निमोनिया, छाती में संक्रमण, सांस तेज, बुखार व किडनी फेल हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेनेवा में आपात बैठक बुलाया, जहां भारत को भी अलर्ट किया गया। मिडिल ईस्ट में कोरोना वायरस ज्यादा संक्रमित होता है।
एयरपोर्ट में की जा रही जांच
भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणो और अन्य दस लैबों को जांच के लिए तैयार किया गया है। नई दिल्ली एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में मरीजों की जांच की जा रही है। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डा. अमित गर्ग ने कहा कि शासन से कोई गाइडलाइन नहीं आई है, किंतु हमारी लैब जांच के लिए तैयार है, सिर्फ किट की जरूरत पड़ेगी। यह वायरस भी सर्दी, जुकाम, छाती में संक्रमण पैदा करता है। इसका कोई इलाज या वैक्सीन नहीं है।
नए साल में स्वाइन फ्लू की दस्तक...सतर्क रहें
नए साल में स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। मेरठ के 62 वर्षीय व्यक्ति की जांच में एच1एन1 वायरस पॉजिटिव मिला है। नोएडा के यशोदा अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज की कालोनी में पहुंचकर निरीक्षण किया। मरीज के रिश्तेदारों को टेमीफ्लू की टेबलेट दी गई है।
वायरस की पुष्टि
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि वेस्ट एंड रोड कैंट निवासी 62 साल के मरीज में वायरस की पुष्टि हुई है। वो कुछ दिन पहले रुड़की गये थे, जहां भीग गए। इसके बाद उन्हें सर्दी, जुकाम और थकान जैसे लक्षण उभरे। फिजीशियन डा. राजीव गुप्ता और सांस रोग विशेषज्ञ डा. वीरोत्तम तोमर से इलाज कराया। डाक्टरों की सलाह पर मरीज ने मेडिकल कालेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच कराई तो एच1एन1 वायरस पॉजिटिव मिला।सांस फूलने और छाती में संक्रमण की वजह से उनका इलाज नोएडा में चल रहा है।
99 मरीज मिले पिछले साल
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 2019 में 99 मरीज मिले थे। ये वर्ष 2020 में पहला केस है। सर्विलांस टीम कैंट स्थित मरीज के घर पहुंची। परिजनों एवं रिश्तेदारों के नौ सदस्यों को टेमीफ्लू दे दी गई है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि ड्रग स्टोर में टेमीफ्लू के 20 हजार टेबलेट उपलब्ध हैं। पिछले वर्षों में जनवरी से लेकर मार्च तक बड़ी संख्या में संक्रमण फैला, ऐसे में विभाग खास एहतियात बरत रहा है।
ये लक्षण हों तो सावधान
सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ खांसी और सांस में तकलीफ
गले में खराश, आंखों में लाली, थकान व कई बार पेट दर्द
जोड़ों में दर्द, आंखों के सामने अंधेरा, बीपी में गड़बड़ी
खानपान में ये अपनाएं
तुलसी, गिलोय, दालचीनी, काली मिर्च की चाय पिएं।
हाईप्रोटीन खानपान जैसे मीट, पनीर, दूध, सोयाबीन खाएं।
इनका कहना है
स्वाइन फ्लू का संक्रमण घातक हो सकता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले यानी शुगर, कैंसर, हार्ट, सांस व किडनी के मरीज, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं व बच्चों को वैक्सीन लगवाएं। हाईप्रोटीन खानपान लें। खांसने व छींकने वालों के पास न खड़े हों। मेडिकल कॉलेज में जांच कराएं। डाक्टर के परामर्श बिना दवा न दें।
- डा. राजकुमार, सीएमओ व सांस-छाती रोग विशेषज्ञ