मौलाना यासूब ने कहा, देश में वर्ग विशेष के खिलाफ बनाया जा रहा माहौल
ज्ञानवापी पर बोले शिया धर्मगुरु हिंदू और मुसलमान देश की दो आंखें मोहब्बत से आगे बढ़ेगा देश। कोई कहता है कि ताजमहल के कमरे खोले जाएं कोई मस्जिद को मंदिर तो कोई फव्वारे को शिवलिंग बता रहा है।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि देश के मौजूदा हालात बेहद संजीदा हैं। कोई कहता है कि ताजमहल के कमरे खोले जाएं, कोई मस्जिद को मंदिर तो कोई फव्वारे को शिवलिंग बता रहा है। इस तरह के मामलों से देश में एक वर्ग विशेष के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। सरकार को इस तरह के मुद्दों को तूल देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
शुक्रवार को सांपला रोड स्थित पूर्व राज्यमंत्री सैयद ईसा रजा के आवास पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन ज्ञानवापी मस्जिद में स्थित फव्वारे को शिवलिंग करार दिया जा रहा है। आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड इसकी कड़ी निंदा करता है। मौलाना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं।
लेकिन दूसरी तरफ देश में वर्ग विशेष के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है, जो देशहित में नहीं है। कहा कि दोनों धर्मों के लोगों को किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहिए। यह अदालतों का काम है और अदालतों के ऊपर ही इन्हें छोड़ देना चाहिए। हिंदू और मुसलमान देश की दो आंखें हैं। यदि एक आंख खराब हो जाए तो चेहरा बदनुमा हो जाता है। इसलिए सभी को आपस में प्यार मोहब्बत से रहकर देश को आगे बढ़ाना चाहिए। सरकार को भी इस तरह के मामलों में अपनी भूमिका का जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करना चाहिए।