Maulana Kaleem Arresred: मौलाना कलीम ने मुंबई में की थी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात, दिया गया था निमंत्रण
अवैध मतांतरण के मामले में गिरफ्तार मुजफ्फरनगर के मौलाना कलीम को लेकर चर्चाएं सामने आ रही हैं। फुलत आए अनंत भागवत ने मौलाना ने इस कार्यक्रम में आने का निमंत्रण मौलाना कलीम को दिया था। गिरफ्तारी के बाद स्वजन भी हैरत में हैं।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मतातंरण और विदेशी फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार हुए मौलाना कलीम सिद्दीकी ने हाल ही में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। मुंबई में हुए राष्ट्र प्रथम-राष्ट्र सर्वोपरि कार्यक्रम में दोनों की मुलाकात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं सामने आई थी।
फेसबुक पर किया था जिक्र
इस कार्यक्रम का मौलाना ने अपने फेसबुक पेज पर भी जिक्र किया है। जिसमें उन्होंने दो लाइन में लिखा है कि उनका जो फर्ज है, वो अहल-ए-सियासत जानें, मेरा पैगाम मोहब्बत है, जहां तक पहुंचे। मौलाना कलीम का गांव में कमतर ही आना होता है। सितंबर माह में कई बार गांव आए और लोगों से मिलकर चले गए।
गांव में नहीं किसी को अभास
एटीएस उनकी लोकेशन और कार्य प्रणाली को निरंतर वाच कर रही थी। गांव में किसी को भी आभास नहीं था कि मौलाना कानून विरोधी काम में लिप्त है। बुधवार को गांव के साथ मदरसों में सन्नाटा पसरा रहा। बता दें कि अगस्त माह में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के चचेरे भाई अनंत भागवत ने मदसरे में पहुंचकर मौलाना को कार्यक्रम का निमंत्रण दिया था। उसके बाद मौलाना ने इस कार्यक्रम की तैयारियां की। सात सितंबर की रात्रि मुंबई के एक होटल में हुए कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जहां आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ गर्मजोशी के साथ उनकी मुलाकात इंटरनेट मीडिया भी सुर्खियों बनी थी।
खामोश हैं स्वजनपरिचित
पूरे मामले का राजफाश होने के बाद मौलाना के रिश्तेदार, परिचित ओर कुटुंब के स्वजन खामोश है। गांव में रहने वाला बड़ा बेटा अहमद भी चला गया। मदरसों में भी खामोशी है। मदरसों में ताले पड़े है, यहां देखरेख करने वाले की तैनात है। वहीं, मामले को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। मौलाना कलीम गांव के साथ देशभर में काफी लोकप्रिय है। अब गिरफ्तारी के बार तरह तरह भी चर्चाएं भी हो रही हैं।