CAA Protest In Meerut : ताज मोहम्मद समेत कई सपा नेता संदेह के घेरे में आए Meerut News
हिंसा के दौरान सपा नेताओं ने भी पत्थर फेंके थे। पुलिस की जांच ताजी उर्फ ताज मोहम्मद समेत कई नाम आ चुके हैं ताजी ने ही शकूर नगर में बवालियों को भड़काया।
मेरठ, जेएनएन। CAA Protest In Meerut शहर में शुक्रवार को हुई हिंसा के दौरान सपा नेताओं ने भी पत्थर फेंके थे। पुलिस की जांच ताजी उर्फ ताज मोहम्मद समेत कई नाम आ चुके हैं, ताजी ने ही शकूर नगर में बवालियों को भड़काया। तब उन्होंने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की। बता दें कि ताजी पूर्व में पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है, जो एक सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष से भी जुड़ा हुआ है। हालांकि कई ऐसे नाम भी सामने आए है, जो हाल में सपा के शीर्ष पदों पर है। उनके खिलाफ पुलिस सबूत जुटा रही है।
बवालियों के साथ मिलकर पथराव और फायरिंग
रविवार को लिसाड़ीगेट, ब्रह्रमपुरी, नौचंदी और कोतवाली थाने में हुए बवाल में पार्टी नेताओं के नाम तलाशे गए। चार थानों की तरफ से कप्तान को जो रिपोर्ट भेजी गई थी, उसमें दावा किया कि बवालियों में सबसे ज्यादा आरोपित सपा से जुड़े हुए है। यही रिपोर्ट को शासन को भेज दिया है। सोमवार को पुलिस की जांच में सामने आया कि पूर्व में पार्षद का चुनाव लड़ चुके ताजी उर्फ ताज मोहम्मद निवासी शकूर नगर कुट्टी वाली गली लिसाड़ीगेट ने अपने साथी आरिफ, जहीर और आसिफ के साथ मिलकर लोगों को तैयार किया था। खुद भी ताजी ने बवालियों के साथ मिलकर पथराव और फायरिंग की है। ताजी एक सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष से जुड़ा हुआ है। उसी ने ही ताजी को सपा से पार्षद का समर्थित उम्मीदवार बनवाया था। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि अन्य भी कई शीर्ष नेताओं के नाम आ चुके है। उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बाद ही नाम उजागर किए जाएंगे।
भाजपा के इशारे पर सपा नेता को फंसा रही पुलिस
पुलिस की रिपोर्ट ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा को भड़काने में एक सपा नेता की भूमिका की ओर इशारा किया है। इस पर सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि मेरठ की फिजा बिगाड़ने में भाजपा का हाथ है। प्रशासनिक अधिकारी सत्ताधारी नेताओं के दबाव में आकर सपा को बदनाम करने में लगे हैं। सपा के नेताओं ने शांति बनाने में सहयोग किया और लोगों को शांत रहने की अपील की। कहा कि देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में ही प्रदर्शन दंगे का रूप ले रहे हैं, यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को ही जिम्मेदार माना जाना चाहिए। उधर, इस प्रकरण को लेकर विपक्षी दल के नेता मंडलायुक्त को मंगलवार को ज्ञापन देंगे।
देर रात सड़क पर निकले एसएसपी
सोमवार देर रात एसएसपी ने शहर में गश्त की। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस और फोर्स के जवानों से हालात का जायजा भी लिया। शुक्रवार को सीएए के विरोध में भड़की हिंसा के बाद आधा शहर जल गया था। तभी से हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और फोर्स तैनात है। सोमवार को हालात पूरी तरह से सामान्य रहे। दिनभर अफसर गश्त करते रहे। वहीं, सोमवार देर रात एसएसपी अजय साहनी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे और फोर्स से माहौल का जायजा लिया। एसएसपी ने बताया कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बल मुस्तैदी से तैनात हैं। उधर, देर रात हापुड़ रोड पर हुए पथराव की सूचना पर वे वहां भी पहुंचे थे।