कुख्यातों के साथ हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया 263 करोड़ का ये टैक्स चोर Meerut News
263 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोपित मनोज मेरठ जेल में बंद है। दस अगस्त को एम्स में इलाज के लिए गया था। वहां से फरार हो गया था।
By Taruna TayalEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 12:04 PM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 12:04 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंद 263 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोपित मनोज अरोड़ा अब कुख्यातों के साथ हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा। कैमरों से उसकी निगरानी होगी। हर वक्त उसपर कड़ी नजर रखी जाएगी। मिलाई के वक्त भी वह निगरानी में रहेगा।
यह है मामला
करीब ढाई वर्ष पूर्व नोएडा में पान मसाला कंपनी के डायरेक्टर मनोज अरोड़ा को 263 करोड़ की टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांच में दौरान पता चला था कि फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही है। गत दस अगस्त को तबीयत खराब होने की बात कहकर वह एम्स में भर्ती हुआ था, जहां से वह फरार हो गया था। इस मामले में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड हो गए थे। 14 अगस्त को उसे दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया था। गत शुक्रवार को उसे जिला भेज दिया गया था। फरारी के बाद उसे सामान्य बंदियों से अलग कर दिया गया है। अब वह जेल में कुख्यातों के साथ हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। उसकी कैमरे से निगरानी की जा रही है। अन्य बंदियों से मिलना-जुलना नहीं होगा। जेल का वही स्टॉफ वहां जाएगा, जिसकी ड्यूटी लगी होगी। जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि जेल में टैक्स चोरी के आरोपित को अब सामान्य बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। बैरक में लिविंग एरिया में कैमरे नहीं हैं, जबकि उसके मूवमेंट वाली जगहों पर कैमरों से नजर रखी जाएगी। मेरठ जेल में कई कुख्यात बंद हैं।
पेशेवर और जिला प्रशासन के फीड बैक के बाद रखे जाते हैं
जेल अधीक्षक ने बताया कि हाई सिक्योरिटी बैरक में उन बंदियों को रखा जाता है जो पेशेवर अपराधी होते हैं, या फिर जिला प्रशासन की ओर से फीडबैक मिलता है। कई बार दूसरे जिलों से आने वाले कुख्यातों को भी रखा जाता है। यहां उनको अन्य बंदियों से अलग-थलग रखा जाता है। 15 कुख्यात बंदियों को जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
आरोपों की होगी जांच
जेल अधीक्षक ने बताया कि मनोज अरोड़ा ने जेल कर्मचारियों पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच चल रही है। आरोप सही पाए जाते हैं, तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अन्य तथ्यों की जांच भी की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार हो जाएगी।
यह है मामला
करीब ढाई वर्ष पूर्व नोएडा में पान मसाला कंपनी के डायरेक्टर मनोज अरोड़ा को 263 करोड़ की टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांच में दौरान पता चला था कि फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही है। गत दस अगस्त को तबीयत खराब होने की बात कहकर वह एम्स में भर्ती हुआ था, जहां से वह फरार हो गया था। इस मामले में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड हो गए थे। 14 अगस्त को उसे दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया था। गत शुक्रवार को उसे जिला भेज दिया गया था। फरारी के बाद उसे सामान्य बंदियों से अलग कर दिया गया है। अब वह जेल में कुख्यातों के साथ हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। उसकी कैमरे से निगरानी की जा रही है। अन्य बंदियों से मिलना-जुलना नहीं होगा। जेल का वही स्टॉफ वहां जाएगा, जिसकी ड्यूटी लगी होगी। जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि जेल में टैक्स चोरी के आरोपित को अब सामान्य बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। बैरक में लिविंग एरिया में कैमरे नहीं हैं, जबकि उसके मूवमेंट वाली जगहों पर कैमरों से नजर रखी जाएगी। मेरठ जेल में कई कुख्यात बंद हैं।
पेशेवर और जिला प्रशासन के फीड बैक के बाद रखे जाते हैं
जेल अधीक्षक ने बताया कि हाई सिक्योरिटी बैरक में उन बंदियों को रखा जाता है जो पेशेवर अपराधी होते हैं, या फिर जिला प्रशासन की ओर से फीडबैक मिलता है। कई बार दूसरे जिलों से आने वाले कुख्यातों को भी रखा जाता है। यहां उनको अन्य बंदियों से अलग-थलग रखा जाता है। 15 कुख्यात बंदियों को जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
आरोपों की होगी जांच
जेल अधीक्षक ने बताया कि मनोज अरोड़ा ने जेल कर्मचारियों पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच चल रही है। आरोप सही पाए जाते हैं, तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अन्य तथ्यों की जांच भी की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार हो जाएगी।
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