Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति पर 990 साल बाद बन रहा है दुर्लभ योग, ग्रहों का प्रकोप शांत करने के लिए करें यह दान
Makar Sankranti 2021 14 जनवरी 2021 को जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब चंद्र बुध शनि और गुरु भी गोचर करेंगे। ज्योतिषविद बता रहे हैं कि ऐसे योग 990 वर्ष बाद पड़ रहे हैं ।
मेरठ, जेएनएन। मकर संक्रांति Makar Sankranti 2021 पर इस बार दुर्लभ योग बन रहा है। ज्योतिषविद भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि माना जाता है कि सूर्य की उनके पुत्र शनि से नहीं बनती है। पर इस बार मकर राशि में शनि अपने पिता के स्वागत के लिए तत्पर रहेंगे। 14 जनवरी को जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब चंद्र, बुध, शनि और गुरु भी गोचर करेंगे। कहा ऐसे योग 990 वर्ष बाद पड़ रहे हैं।
दान का विशेष है महत्व
संक्रांति पर दान पुण्य का बड़ा महत्व है। जिन जातकों के लिए कोई ग्रह बुरा प्रभाव देने वाले हैं तो उनके निमित्त भी इस दिन विशेष सामग्री का दान पुण्य किया जाता है। ज्योतिष विद भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि ग्रहों का प्रकोप शांत करने के लिए यह दान करें।
सूर्य - गेहूं, बाजरा, लाल रोली, लाल तांबा
चंद्रमा - दूध, चावल, चांदी और जल
मंगल - गुड़, शहद, सौंफ
बुध - मूंग फिटकरी, हरा कपड़ा
बृहस्पति - केला, पपीता, हल्दी, चने की दाल
शुक्र - घी, कपूर, दही, रुई, इत्र
शनि - उड़द, तेल, काली मिर्च, काला तिल
राहु - बिजली का सामान, काला तिल, काला सरसों, आटा, जेब वाली नेकर
केतु - स्लेटी रंग बिरंग वस्त्र, हवन सामग्री,अगर बत्ती, काले और सफेद तिल का मिश्रण