मेरठ में लव-जिहाद : थ्रिलर फिल्मों की सीरीज देखकर हत्यारोपित बन गया शमशाद, दिल दहला देती है इस घटना की कहानी
आरोपित शमशाद थ्रिलर (Thriller) फिल्मों को देखने का शौकीन था। वहीं से ही उसने बेटी और मां को मारने का इरादा बनाया। अजय देवगन के फिल्म से शव को दफनाने का आइडिया भी लिया था।
मेरठ, जेएनएन। तीस साल की प्रिया और नौ साल की उसकी बेटी कशिश के कत्ल की कहानी किसी थ्रिलर (Thriller) मूवी से कम नहीं हैं। मुठभेड़ के बाद पकड़े गए शमशाद ने बताया कि थ्रिलर (Thriller) मूवी की सीरज देखकर ही उसके मन में मां-बेटी की हत्या का प्लान आया था। लॉकडाउन की वजह से ही दोनों शवों को घर के अंदर मजबूरी में दबा दिया गया। वरना दोनों शवों को बोरे में डालकर नहर में फेंकने का इरादा था।
Thriller फिल्मों को देखने का शौकीन था शमशाद
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए शमशाद ने बताया कि हॉरर फिल्मे देखने का आदी हैं। 29 मार्च की रात भी शमशाद ने 'द नन' और 'द हॉलो' हॉरर मूवी देखी थी। उसका कहना है कि हॉरर मूवी देखने के बाद ही उसमें प्रिया और उसकी बेटी कशिश की हत्या करने की हिम्मत आई। हॉरर मूवी ने उसे इतना खतरनाक बना दिया है कि उससे किसी से डर नहीं लगता है। शमशाद ने पुलिस को बताया कि प्रिया का गला उसकी बेटी कशिश के सामने दबाया गया। कशिश ने मम्मी के कत्ल पर विरोध जताया। उसके बाद कशिश की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद घर के अंदर ही शराब पी। दोनों शवों पर पहले केमिकल्स डाला। ताकि शव जल सकें। उसके बाद दोनों को बोरे में भर दिया। दोनों बोरे को साइड में रखने के बाद रातभर घर के बेडरूम में फावड़े से खोदाई की। लॉकडाउन होने की वजह से दिन में भी कोई घर के आसपास तक नहीं आया। उसके बाद दिन में मां-बेटी के शव को जमीन में गाड़ दिया। उसके बाद प्लास्टर कराने के बाद चटाई डाल दी गई। वहां पर सोफा रख दिया। ताकि किसी को भी इसका अहसान न हो।
दृश्यम मूवी से लिया था आइडिया
शमशाद ने बताया कि मां-बेटी की हत्या करने के बाद समझ में नहीं आ रहा था कि शव को कहां ले जाए। उसके बाद अजय देवगन और तब्बू की दृश्यम फिल्म का वह सीन याद आया, जब अजय देवगन के घर पर हत्या हो जाती है। शव को घर के अंदर ही खोदाई कर गाड़ देते है। इसी तरह से शमशाद ने भी मां बेटी के शव को उसी तर्ज पर जमीन में गाड़ दिया था। शव खोदाई की वीडियो देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। शमशाद ने शवों को केमिकल्स से पूरी तरह नहलाया। ताकि शव के दफनाने के बाद घर में बदबू न आए। शव खत्म हो जाए, इसके लिए नमक भी डाला गया था। उसके बताया कि मामला ठंडा होने के बाद शवों के कंकाल को खोदाई करने के बाद दूसरे स्थान पर फेंकने का प्लान था।
धमकी मिलने के बाद भी नहीं डिगी चंचल
शमशाद ने बताया कि दोनों शवों को जमीन में दबाने के बाद प्रिया की सहेली चंचल पर उसे भगाने का आरोप लगाया था। पुलिस से भी इस मामले में साठ गांठ कर चुका था। गांव के ही एक युवक ने शमशाद से पुलिस को देने के लिए 95 हजार की रकम ली थी। उसके बाद विवाद होने पर 45 हजार वापस भी कर चुका था। उसके बाद लगातार चंचल को धमकी देता रहा कि इस केस से दूर हो जाओ। चंचल को इंस्पेक्टर भूपेंद्र ने भी केस से दूर रहने की धमकी मोबाइल कॉल पर दी है। उसके बाद भी चंचल अपने कार्य में लगी रही। उसने पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए हिंदू संगठनों का साथ लिया। उसके बाद ही मामले की रिपोर्ट तक थाने में दर्ज हो पाई है। चंचल ने पुलिस से बातचीत की ऑडियो भी वायरल कर दी है, जिसमें इंस्पेक्टर ने अभद्रता की है, जबकि दारोग अश्लील बातचीत कर रात दस बजे के बाद कॉल करने की बात कह रहे है। इस पूरे प्रकरण में सीओ चक्रपाणी को मामले की जांच कर रहे है।