मेरठ बवाल : 100 से अधिक राहगीरों से की गई लूटपाट
मेरठ के मछेरान में बुधवार को जिस दौरान आगजनी हुई तभी कुछ बवालियों ने दिल्ली रोड पर आकर बसें रोककर लूटपाट शुरू कर दी और कार बाइकों में भी तोड़फोड़ की गई।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 07 Mar 2019 12:23 PM (IST)Updated: Thu, 07 Mar 2019 12:23 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। बवालियों ने शहर को आग को झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रोडवेज बसों के यात्रियों व राहगीरों से जमकर लूटपाट हुई। जान बचाने के लिए दर्जनों लोग तो अपना सामान-वाहन छोड़कर भाग निकले। वहीं बवाल के दौरान शरारती तत्वों ने एक पुलिसकर्मी से पिस्टल छीन ली।
बसों से की लूटपाट की शुरुआत
लूटपाट का सिलसिला रोडवेज बसों से शुरू हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,भूसा मंडी की ओर से सैकड़ों लोग आए और उनके सामने जो भी आया उसके साथ मारपीट-लूटपाट करते चले गए। भैंसाली डिपो की रोडवेज बस चालक मोहम्मद अरशद ने बताया कि जब वह आनंद विहार से बस लेकर फैज-ए-आम कॉलेज के सामने पहुंचा तो अचानक भीड़ ने हमला बोल दिया। सबसे पहले उसकी बस शिकार बनाई गई। बस में रामेश्वर व उसकी पत्नी सुनीता रोहटा का सूटकेस लूटा गया। शाहदरा निवासी दीपक,सज्जन व एक अन्य का सामान लूटा गया। इसके बाद उसके पीछे जा रही भैंसाली व हापुड़ डिपो की कई बसों में तोड़फोड़ हुई। उन बसों में भी प्रेमपाल निवासी मोदीनगर,प्रियंका,राहुल,प्रदीप,सुनील आदि से लूटपाट हुई।
कार में तोड़फोड़
भैंसाली डिपो की ओर से बड़ौत जा रहे प्रदीप की कार में तोड़फोड़ की। कई बाइक वालों व दुकानदारों को भी शिकार बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो करीब 100 से अधिक यात्रियों व राहगीरों से लाखों का सामान लूटा गया। एसपी सिटी ने बताया कि लूटपाट के पीड़ितों की तलाश की जा रही है।
कई के खिलाफ मुकदमे
अदना-सा अवैध निर्माण शहर के एक हिस्से में आगजनी की वजह बन गया। विरोध से शुरू हुआ मंजर सरेराह वाहनों में तोड़फोड़ व राहगीरों से लूटपाट के साथ खत्म हुआ। घटनाक्रम में कई मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। कैंट बोर्ड ने झुग्गी वासियों,झुग्गी वासियों ने कैंट बोर्ड व पुलिस के खिलाफ तहरीर दी है। तोड़फोड़ व लूटपाट के पीड़ित कई राहगीर भी रिपोर्ट लिखाने पहुंचे। इसके अलावा पुलिस भी तोड़फोड़,आगजनी व लूटपाट के पीड़ितों से संपर्क कर रही है,जिनकी तरफ से मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बंधक बनाकर जानलेवा हमला
कैंट बोर्ड के सीईओ प्रसाद चव्हाण की तरफ से सदर बाजार थाने में तहरीर दी गई है। इसमें आरोप है कि बंगला संख्या 201, साउथ एंड रोड (भूसा मंडी) मेरठ छावनी में अवैध निर्माण ढहाने के लिए टीम पहुंची थी। अवैध निर्माणकर्ताओं व उनके साथियों द्वारा सरकारी कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया गया। हमले में कई कर्मचारी घायल हो गए। इस घटना की रिपोर्ट छावनी अधिशासी अभियंता अनुज सिंह द्वारा भी दी गई है। इसमें जिक्र है कि निर्माण ढहाने के दौरान स्थानीय लोगों ने सरिये,लाठी-डंडे,ईंट,हथौड़े व धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। लोगों ने चार कर्मचारियों को बंधक बना लिया। मशक्कत कर उन्हें छुड़ाया गया। मौके से चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया,वहीं करीब 40 अन्य लोग घटना में शामिल थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस व कैंट बोर्ड कर्मियों ने लगाई आग : झुग्गीवासी
भूसा मंडी निवासी मोहम्मद इलियास,तसलीम,नवाशीन समेत दर्जनों लोगों ने थाने में तहरीर दी है। उनका कहना है कि बुधवार शाम करीब 5.20 बजे कैंट बोर्ड के इंजीनियर अनुज सिंह,सदर बाजार थाना प्रभारी विजय गुप्ता व भूसा मंडी चौकी इंचार्ज फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। इन लोगों ने गाली-गलौज करते हुए झुग्गी खाली न करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। इतना कहते ही झुग्गियों में आग लगा दी गई। महिलाओं,बच्चों को भागकर जान बचानी पड़ी। देखते ही देखते बस्ती की छप्पर वाली मस्जिद में भी आग लगा दी गई। बस्ती में रखे गैस सिलेंडर फटे तो आग ने भीषण रूप ले लिया। झोपड़ियों में मौजूद मवेशी जलकर मर गए। देखते ही देखते पूरी बस्ती जलकर राख हो गई।
बस चालकों,पीड़ितों से संपर्क कर रही पुलिस
भूसा मंडी के अलावा जिन स्थानों पर तोड़फोड़ व लूटपाट की घटना हुई,पुलिस उन घटनाओं के पीड़ितों को खोज रही है। सदर बाजार थाना प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि कैंट बोर्ड की तहरीर के अलावा घटना के पीड़ितों की तहरीर पर भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
नूर नाम के युवक ने लगाई थी मस्जिद में आग
मछेरान में हुए बवाल के बाद देर रात एक वीडियो पुलिस को मिला,जिसमें एक युवक मस्जिद में आग लगाते नजर आ रहा है। पुलिस ने उसकी पहचान कराई तो उसका नाम नूर बताया,जो मछेरान में ही रहता है। आरोपित की तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश दी, लेकिन सुराग नहीं लगा। इसके अलावा 10 अन्य लोग हिरासत में लिए गए हैं।
बसों से की लूटपाट की शुरुआत
लूटपाट का सिलसिला रोडवेज बसों से शुरू हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,भूसा मंडी की ओर से सैकड़ों लोग आए और उनके सामने जो भी आया उसके साथ मारपीट-लूटपाट करते चले गए। भैंसाली डिपो की रोडवेज बस चालक मोहम्मद अरशद ने बताया कि जब वह आनंद विहार से बस लेकर फैज-ए-आम कॉलेज के सामने पहुंचा तो अचानक भीड़ ने हमला बोल दिया। सबसे पहले उसकी बस शिकार बनाई गई। बस में रामेश्वर व उसकी पत्नी सुनीता रोहटा का सूटकेस लूटा गया। शाहदरा निवासी दीपक,सज्जन व एक अन्य का सामान लूटा गया। इसके बाद उसके पीछे जा रही भैंसाली व हापुड़ डिपो की कई बसों में तोड़फोड़ हुई। उन बसों में भी प्रेमपाल निवासी मोदीनगर,प्रियंका,राहुल,प्रदीप,सुनील आदि से लूटपाट हुई।
कार में तोड़फोड़
भैंसाली डिपो की ओर से बड़ौत जा रहे प्रदीप की कार में तोड़फोड़ की। कई बाइक वालों व दुकानदारों को भी शिकार बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो करीब 100 से अधिक यात्रियों व राहगीरों से लाखों का सामान लूटा गया। एसपी सिटी ने बताया कि लूटपाट के पीड़ितों की तलाश की जा रही है।
कई के खिलाफ मुकदमे
अदना-सा अवैध निर्माण शहर के एक हिस्से में आगजनी की वजह बन गया। विरोध से शुरू हुआ मंजर सरेराह वाहनों में तोड़फोड़ व राहगीरों से लूटपाट के साथ खत्म हुआ। घटनाक्रम में कई मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। कैंट बोर्ड ने झुग्गी वासियों,झुग्गी वासियों ने कैंट बोर्ड व पुलिस के खिलाफ तहरीर दी है। तोड़फोड़ व लूटपाट के पीड़ित कई राहगीर भी रिपोर्ट लिखाने पहुंचे। इसके अलावा पुलिस भी तोड़फोड़,आगजनी व लूटपाट के पीड़ितों से संपर्क कर रही है,जिनकी तरफ से मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बंधक बनाकर जानलेवा हमला
कैंट बोर्ड के सीईओ प्रसाद चव्हाण की तरफ से सदर बाजार थाने में तहरीर दी गई है। इसमें आरोप है कि बंगला संख्या 201, साउथ एंड रोड (भूसा मंडी) मेरठ छावनी में अवैध निर्माण ढहाने के लिए टीम पहुंची थी। अवैध निर्माणकर्ताओं व उनके साथियों द्वारा सरकारी कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया गया। हमले में कई कर्मचारी घायल हो गए। इस घटना की रिपोर्ट छावनी अधिशासी अभियंता अनुज सिंह द्वारा भी दी गई है। इसमें जिक्र है कि निर्माण ढहाने के दौरान स्थानीय लोगों ने सरिये,लाठी-डंडे,ईंट,हथौड़े व धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। लोगों ने चार कर्मचारियों को बंधक बना लिया। मशक्कत कर उन्हें छुड़ाया गया। मौके से चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया,वहीं करीब 40 अन्य लोग घटना में शामिल थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस व कैंट बोर्ड कर्मियों ने लगाई आग : झुग्गीवासी
भूसा मंडी निवासी मोहम्मद इलियास,तसलीम,नवाशीन समेत दर्जनों लोगों ने थाने में तहरीर दी है। उनका कहना है कि बुधवार शाम करीब 5.20 बजे कैंट बोर्ड के इंजीनियर अनुज सिंह,सदर बाजार थाना प्रभारी विजय गुप्ता व भूसा मंडी चौकी इंचार्ज फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। इन लोगों ने गाली-गलौज करते हुए झुग्गी खाली न करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। इतना कहते ही झुग्गियों में आग लगा दी गई। महिलाओं,बच्चों को भागकर जान बचानी पड़ी। देखते ही देखते बस्ती की छप्पर वाली मस्जिद में भी आग लगा दी गई। बस्ती में रखे गैस सिलेंडर फटे तो आग ने भीषण रूप ले लिया। झोपड़ियों में मौजूद मवेशी जलकर मर गए। देखते ही देखते पूरी बस्ती जलकर राख हो गई।
बस चालकों,पीड़ितों से संपर्क कर रही पुलिस
भूसा मंडी के अलावा जिन स्थानों पर तोड़फोड़ व लूटपाट की घटना हुई,पुलिस उन घटनाओं के पीड़ितों को खोज रही है। सदर बाजार थाना प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि कैंट बोर्ड की तहरीर के अलावा घटना के पीड़ितों की तहरीर पर भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
नूर नाम के युवक ने लगाई थी मस्जिद में आग
मछेरान में हुए बवाल के बाद देर रात एक वीडियो पुलिस को मिला,जिसमें एक युवक मस्जिद में आग लगाते नजर आ रहा है। पुलिस ने उसकी पहचान कराई तो उसका नाम नूर बताया,जो मछेरान में ही रहता है। आरोपित की तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश दी, लेकिन सुराग नहीं लगा। इसके अलावा 10 अन्य लोग हिरासत में लिए गए हैं।
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