चार लाख की लूट में चोरी का मुकदमा, मुनीम और दुकान स्वामी के बेटे पर शक
मलियाना पुल पर दिनदहाड़े चार लाख की लूट की वारदात को पुलिस संदिग्ध मानकर चल रही है।
मेरठ, जेएनएन। मलियाना पुल पर दिनदहाड़े चार लाख की लूट की वारदात को पुलिस संदिग्ध मानकर चल रही है। व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुनीम और दुकानदार के बेटे बादल पर शक जताया गया है। दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। साथ ही पुल पर चढ़ते और उतरते समय फुटेज में कोई लूटपाट कर भागता नहीं दिखाई दे रहा है।
कैंट एएसपी सूरज राय का कहना है कि मलियाना पुल का सेंट्रल लूट के लिए चुना गया है। यानि रकम उड़ाने वाले जानते थे कि यहा सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। लूटपाट के समय पुल पर चढ़ते या उतरते समय कोई ऐसी बाइक नहीं जा रही है, जिसे संदिग्ध मानकर जाच पड़ताल की जा सके। इसके अलावा मुनीम राजेंद्र कुमार को स्कूटी गिरने के बाद कोई चोट भी नहीं आई है। उसे अस्पताल ले जाकर डाक्टरों को दिखवा दिया है। जब तक दुकानदार प्रमोद का बेटा बादल मौके पर पहुंचा, उससे पहले स्कूटी की डिग्गी भी नहीं खुली थी। बादल ने खुद डिग्गी का लाक खोलकर देखा है, तब पता चला कि डिग्गी से नोटों से भरा बैग गायब है। अगर डिग्गी बंद थी तो फिर नोटों से भरा बैग कैसे निकल गया। खल-चोकर व्यापारी चंद्रमोहन ने भी मुनीम और दुकानदार प्रमोद के बेटे बादल पर ही शक जताया है। इसलिए दुकानदार की तरफ से चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मुनीम और दुकानदार के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। साथ ही आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी देखी जा रही है।
पत्नी और बेटा पहले से बीमार
व्यापारी चंद्रमोहन का कहना है कि चार लाख की नकदी चले जाने से पूरी तरह टूट गए हैं। क्योंकि पत्नी और बेटा पहले से ही बीमार चल रहे हैं। ऐसे में चार लाख की रकम चले जाने से कारोबार टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि घटना हमारी समझ से भी परे है। ऐसे में पुलिस पूरे मामले की विस्तार से जांच करे।